राजस्थान लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा (RPSC Main Exam) राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएँ संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा का द्वितीय और बहुत ही महत्वपूर्ण चरण है| मुख्य परीक्षा में कुल 200 अंकों के चार पेपर होते हैं| उम्मीदवारों का सभी चार पेपरों के लिए उपस्थित होना अनिवार्य है| प्रत्येक पेपर में वर्णनात्मक / विश्लेषणात्मक (संक्षिप्त, मध्यम, लंबे उत्तर और वर्णनात्मक प्रकार के प्रश्न) प्रश्न होते हैं| उम्मीदवारों को प्रत्येक पेपर को तीन घंटे की समयावधि में पूरा करना होगा|
परीक्षा में अच्छा स्कोर करने के लिए उम्मीदवारों के पास राजस्थान लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा (RPSC Main Exam) के पैटर्न और पाठ्यक्रम का पर्याप्त ज्ञान होना आवश्यक है| अंकन योजना, पैटर्न और पाठ्यक्रम का अच्छा और स्पष्ट ज्ञान होने से प्रवेश परीक्षा की तैयारी में मदद मिलती है| राजस्थान लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा (RPSC Main Exam) के इच्छुक उम्मीदवारों को अपनी बेहतर तैयारी और सफल प्रयास के लिए निचे लेख में वर्णित परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम को जान लेना आवश्यक है| प्रारम्भिक परीक्षा पैटर्न और सिलेबस की पूरी जानकारी के लिए यहाँ पढ़ें- राजस्थान लोक सेवा आयोग प्रारंभिक परीक्षा पैटर्न और सिलेबस
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राजस्थान लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा अंकन योजना और पैटर्न
1. राजस्थान लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा में प्रविष्ट किये जाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या, विभिन्न सेवाओं और पदों की उस वर्ष में भरी जाने वाली रिक्तियों (प्रवर्गवार) की कुल अनुमानित संख्या का 15 गुणा होगी, किन्तु उक्त रेंज में उन समस्त अभ्यर्थियों को, जिन्होंने अंकों का वही प्रतिशत प्राप्त किया है, जैसा आयोग द्वारा किसी निम्नतर रेंज के लिए नियत किया जाये, मुख्य परीक्षा में प्रवेश दिया जायेगा|
2. राजस्थान लोक सेवा आयोग मुख्य लिखित परीक्षा में निम्नलिखित चार प्रश्न-पत्र होंगे जो वर्णनात्मक/ विश्लेषणात्मक होंगे| अभ्यर्थी को नीचे सूचीबद्ध समस्त प्रश्नपत्र देने होंगे जिनमें संक्षिप्त, मध्यम, दीर्घ उत्तर वाले और वर्णनात्मक प्रकार के प्रश्नों वाले प्रश्नपत्र भी होंगे| सामान्य हिन्दी और सामान्य अंग्रेजी का स्तरमान सीनियर सैकेण्डरी स्तर का होगा| प्रत्येक प्रश्न-पत्र के लिए अनुज्ञात समय 3 घण्टे होगा, जैसे-
प्रश्न-पत्र संख्या | विषय | अधिकतम अंक | समय अवधि |
1 | सामान्य अध्ययन- | | 200 | 3 घंटे |
2 | सामान्य अध्ययन- || | 200 | 3 घंटे |
3 | सामान्य अध्ययन- ||| | 200 | 3 घंटे |
4 | सामान्य हिन्दी एवं सामान्य अंग्रेजी | 200 | 3 घंटे |
कुल | 800 |
नोट- सामान्य हिंदी और सामान्य अंग्रेजी में पूछे गए प्रश्नों का मानक 12 वीं कक्षा का होगा|
राजस्थान लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा सिलेबस
राजस्थान लोक सेवा आयोग मुख्य लिखित परीक्षा में चार प्रश्न-पत्र होंगे जो वर्णनात्मक/ विश्लेषणात्मक होंगे| अभ्यर्थी को समस्त प्रश्नपत्र देने होंगे जिनमें संक्षिप्त, मध्यम, दीर्घ उत्तर वाले और वर्णनात्मक प्रकार के प्रश्नों वाले प्रश्नपत्र भी होंगे| राजस्थान लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा का पाठ्यक्रम निम्नलिखित होगा, जैसे-
प्रश्न-पत्र I- सामान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन
राजस्थान लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा प्रश्न-पत्र- 1 पाठ्यक्रम के विस्तृत विषय इस प्रकार है, जैसे-
इकाई 1- इतिहास
खंड अ- राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य परम्परा और धरोहर-
1. प्रागैतिहासिक काल से 18 वीं शताब्दी के अवसान तक राजस्थान के इतिहास के प्रमुख सोपान, महत्वपूर्ण राजवंश, उनकी प्रशासनिक एवं राजस्व व्यवस्था|
2. 19-20वीं शताब्दी की प्रमुख घटनाएं: किसान एवं जनजाति आन्दोलन, राजनीतिक जागृति, स्वतन्त्रता संग्राम और एकीकरण|
3. राजस्थान की धरोहर: प्रदर्शन व ललित कलाएं, हस्तशिल्प व वास्तुशिल्प, मेले, पर्व, लोक संगीत व लोक नृत्य|
4. राजस्थानी साहित्य की महत्वपूर्ण कृतियाँ एवं राजस्थान की बोलियाँ|
5. राजस्थान के संत, लोक देवता एवं महत्वपूर्ण विभूतियाँ|
खंड ब- भारतीय इतिहास एवं संस्कृति-
1. भारतीय धरोहर: सिन्धु सभ्यता से लेकर ब्रिटिश काल तक के भारत की ललित कलाएँ, प्रदर्शन कलाएँ, वास्तु परम्परा एवं साहित्य|
2. प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के धार्मिक आन्दोलन और धर्म दर्शन|
3. 19वीं शताब्दी के प्रारंभ से 1965 ईस्वी तक आधुनिक भारत का इतिहास: महत्वपूर्ण घटनाक्रम, व्यक्तित्व और मुद्दे|
4. भारत का राष्ट्रीय आन्दोलन- इसके विभिन्न चरण व धाराएं, प्रमुख योगदानकर्ता और देश के भिन्न भिन्न भागों से योगदान|
5. 19वी -20वीं शताब्दी में सामाजिक- धार्मिक सुधार आन्दोलन|
6. स्वातंत्र्योत्तर सुदृढीकरण और पुनर्गठन- देशी रियासतों का विलय तथा राज्यों का भाषायी आधार पर पुनर्गठन|
खंड स- आधुनिक विश्व का इतिहास (1950 ईस्वी तक)-
1. पुनर्जागरण व धर्म सुधार|
2. प्रबोधन व औद्योगिक क्रांति|
3. एशिया व अफ्रीका में साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद|
4. विश्व युद्धों का प्रभाव|
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इकाई II- अर्थव्यवस्था
खण्ड अ- भारतीय अर्थशास्त्र-
1. अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र: कृषि, उद्योग और सेवा- वर्तमान स्थिति, मुद्दे एवं पहल|
2. बैंकिंग: मुद्रा-पूर्ति और उच्चाधिकार प्राप्त मुद्रा की अवधारणा, केन्द्रीय बैंक एवं वाणिज्य बैंकों की भूमिका एवं कार्यप्रणाली, अनर्जक परिसंपत्ति, वित्तीय समावेशन, मौद्रिक नीति अवधारणा, उद्देश्य और साधन|
3. लोक वित्तः भारत में कर सुधार- प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर, परिदान, नकद हस्तांतरण और अन्य संबंधी मुद्दे, भारत की वर्तमान राजकोषीय नीति|
4. भारतीय अर्थव्यवस्था में हाल के रूझान- विदेशी पूंजी की भूमिका, बहुराष्ट्रीय कंपनियां, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, निर्यात-आयात नीति, 12वां वित्त आयोग, गरीबी उन्मूलन योजनाएं|
खण्ड ब- वैश्विक अर्थव्यवस्था-
1. वैश्विक आर्थिक मुद्दे और प्रवृत्तियाँ: विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व व्यापार संगठन की भूमिका|
2. विकासशील, उभरते और विकसित देशों की संकल्पना|
3. वैश्विक परिदृश्य में भारत|
खण्ड स- राजस्थान की अर्थव्यवस्था-
1. राजस्थान के विशेष संदर्भ में कृषि, बागवानी, डेयरी और पशुपालन|
2. औद्योगिक क्षेत्र: संवृद्धि और हाल के रूझान|
3. राजस्थान के विशेष संदर्भ में संवृद्धि, विकास और आयोजना|
4. राजस्थान के सेवा क्षेत्र में वर्तमान में हुए विकास एवं मुद्दे|
5. राजस्थान की प्रमुख विकास परियोजनाएं- उनके उद्देश्य और प्रभाव|
6. राजस्थान में आर्थिक परिवर्तन के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी मॉडल|
7. राज्य का जनांकिकी परिदृश्य और राजस्थान की अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव|
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इकाई III- समाजशास्त्र, प्रबंधन एवं व्यावसायिक प्रशासन
खण्ड अ- समाजशास्त्र-
1. भारत में समाजशास्त्रीय विचारों का विकास|
2. सामाजिक मूल्य|
3. जाति वर्ग और व्यवसाय|
4. संस्कृतिकरण|
5. वर्ण, आश्रम, पुरूषार्थ एवं संस्कार व्यवस्था|
6. धर्म निरपेक्षता|
7. मुद्दे एवं सामाजिक समस्याएं|
8. राजस्थान के जनजातीय समुदाय- भील, मीणा एवं गरासिया|
खण्ड ब- प्रबंधन-
1. प्रबंधन- क्षेत्र, अवधारणा, प्रबंधन के कार्य – योजना, आयोजन, स्टाफ, निर्देशन, समन्वय और नियंत्रण, निर्णय लेना: अवधारणा, प्रक्रिया और तकनीक|
2. विपणन की आधुनिक अवधारणा, विपणन मिश्रण – उत्पाद, मूल्य, स्थान और संवर्धन|
3. धन के अधिकतमकरण की अवधारणा एवंम उद्देश्य, वित्त के स्त्रोत – छोटी और लंबी अवधि, पूंजी संरचना, पूंजी की लागत|
4. नेतृत्व और प्रेरणा की अवधारणा और मुख्य सिद्धांत, संचार प्रक्रिया, भर्ती, चयन, प्रेरण, प्रशिक्षण एवं विकास और मूल्यांकन प्रणाली के मूल सिद्धांत|
खण्ड स- व्यवसायिक प्रशासन-
1. वित्तीय विवरण विश्लेषण की तकनीक, कार्यशील पूंजी प्रबंधन के मूल सिद्धांत, जवाबदेही और सामाजिक लेखांकन|
2. अंकेक्षण का अर्थ एवं उद्देश्य ,आंतरिक नियंत्रण, सामाजिक, प्रदर्शन और कार्यकुशलता अंकेक्षण|
3. विभिन्न प्रकार के बजट एवं उनके मूल सिद्धांत, बजटीय नियंत्रण|
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प्रश्न-पत्र II- सामान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन
राजस्थान लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा प्रश्न-पत्र- 2 पाठ्यक्रम के विस्तृत विषय इस प्रकार है, जैसे-
इकाई I- तार्किक दक्षता, मानसिक योग्यता और आधारभूत संख्यनन-
1. तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक तर्क क्षमता|
2. संख्या श्रेणी, अक्षर श्रेणी, कूटवाचन (कोडिंग-डीकोडिंग)|
3. संबंधों पर आधारित समस्याएं|
4. आकृतियां एवं उनके उपविभाजन, वेन आरेख|
5. घड़ियों, आयु एवं कैलेंडर पर आधारित समस्याएं|
6. संख्याएं एवं परिमाण की कोटि|
7. दो चरों वाली युगपत रेखीय समीकरण|
8. अनुपात-समानुपात, मिश्र अनुपात|
9. वर्गमूल, घनमूल, महत्तम समापवर्तक (म.स.प.), लघुत्तम समापवर्तक (ल.स.प.)|
10. प्रतिशत, सरल एवं चक्रवर्ती ब्याज़|
11. समय और काम, चाल एवं दूरी|
12. सरल ज्यामितीय आकृतियों का क्षेत्रफल एवं परिमाप, गोला, शंकु, बेलन और घनाभ का आयतन एवं पृष्ठीय क्षेत्रफल|
13. त्रिकोणमितीय अनुपात एवं कोण|
14. आंकड़ों का विशलेषण (तालिका, बार ग्राफ, रेखीय ग्राफ, पाई-चार्ट)|
15. केन्द्रीय प्रवृत्ति के मान, माध्य, बहुलक, माध्यिका, मानक विचलन एवं विचरण|
16. प्रायिकता|
इकाई II- सामान्य विज्ञान एवं तकनीकी-
1. गति, गति के नियम, कार्य ऊर्जा एवं शक्ति, घूर्णन गति, गुरुत्वाकर्षण, सरल आवर्त गति, तरंगें|
2. पदार्थ के गुण, स्थिर विद्युतिकी, धारा विद्युत, गतिमान आवेश एवं चुम्बकत्व|
3. किरण प्रकाशिकी, प्रकाश विद्युत प्रभाव, नाभिकीय भौतिकी, अर्ध चालक युक्तियाँ|
4. विद्युत चुम्बकीय तरंगे, संचार निकाय, कंप्यूटर प्रणाली के मूलभूत सिद्धात, सूचना प्रोद्यौगिकी का प्रशासन, ई गवर्नेस तथा ई कॉमर्स मे उपयोग, भारतीय वैज्ञानिको का विज्ञान के विकास में योगदान|
5. पदार्थ की अवस्था, परमाणु सरंचना, रसायनिक बन्ध एवं आणविक सरंचना, साम्यावस्था|
6. उष्मागतिकी, गैसों का गत्यात्मक सिद्धात, ठोस अवस्था, विलयन, विद्युत रसायन, रसायनिक बल गति|
7. जीवन के विशिष्ट लक्षण|
8. जीवों मे पोषण|
9. वंशागति तथा विविधता के सिंद्धात|
10. मानव स्वास्थ्य तथा रोग|
11. जैव प्रौद्योगिकी एव उसके उपयोग|
12. जैव विविधता एव संरक्षण|
13. परितंत्र|
14. राजस्थान के विशेष संदर्भ में कृषि विज्ञान, उद्यान-विज्ञान, वानिकी, डेयरी एवं पशुपालन|
इकाई III- पृथ्वी विज्ञान (भूगोल एवं भू-विज्ञान)
खण्ड अ- विश्व-
1. प्रमुख भौतिक भू-आकृतियाँ: पर्वत, पठार, मैदान, झीलें एवं हिमनद|
2. भूकंप एवं ज्वालामुखीः प्रकार, वितरण एवं उनका प्रभाव|
3. पृथ्वी एवं भूवैज्ञानिक समय सारिणी|
4. समसमायिक भू-राजनीतिक समस्याएं|
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खण्ड ब- भारत-
1. प्रमुख भौतिक: पर्वत, पठार, मैदान, झीलें एवं हिमनद|
2. भारत के प्रमुख भू-आकृतिक प्रदेश|
3. जलवायु: मानसून की उत्पत्ति, ऋतुओं के अनुसार जलवायु दशायें, वर्षा का वितरण एवं जलवायु प्रदेश|
4. प्राकृतिक संसाधन-
क) जल, वन एवं मृदा संसाधन|
ख) शैल एवं खनिज- प्रकार एवं उनका उपयोग|
5. जनसंख्याः वृद्धि, वितरण, घनत्व, लिंगानुपात, साक्षरता, नगरीय एवं ग्रामीण जनसंख्या|
खण्ड स- राजस्थान-
1. प्रमुख भौतिक भू-आकृतियाँः पर्वत, पठार, मैदान, नदियाँ एवं झीलें|
2. प्रमुख भू-आकृतिक प्रदेश|
3. प्राकृतिक वनस्पति एवं जलवायु|
4. पशुपालन, जंगली जीव-जन्तु एवं उनका संरक्षण|
5. कृषि- प्रमुख फसलें|
6. खनिज संसाधन-
क) घात्विक खनिजः प्रकार, वितरण एवं उनका औद्योगिक उपयोग|
ख) अघात्विक खनिजः प्रकार, वितरण एवं उनका औद्योगिक उपयोग|
7. उर्जा संसाधनः परम्परागत एवं गैर परम्परागत स्त्रोत|
8. जनसंख्या एवं जनजातियाँ|
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प्रश्न पत्र III- सामान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन
राजस्थान लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा प्रश्न-पत्र- 3 पाठ्यक्रम के विस्तृत विषय इस प्रकार है, जैसे-
इकाई I- भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, विश्व राजनीति एवं समसामयिक मामले-
1. भारतीय संविधान: निर्माण, विशेषताएँ, संशोधन, मूल ढाँचा|
2. वैचारिक सत्व: उद्देशिका, मूल अधिकार, राज्य नीति के निदेशक तत्व, मूल कर्तव्य|
3. संस्थात्मक ढाँचा I: संसदीय प्रणाली, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मंत्री परिषद्, संसद|
4. संस्थात्मक ढाँचा II: संघवाद, केन्द्र-राज्य संबंध, उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय, न्यायिक पुनरावलोकन, न्यायिक सक्रियता|
5. संस्थात्मक ढाँचा III: भारत निर्वाचन आयोग, नियंत्रक एवं महा लेखा परीक्षक, संघ लोक सेवा आयोग, नीति आयोग, केन्द्रीय सतर्कता आयोग , केन्द्रीय सूचना आयोग, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग|
6. राजनीतिक गत्यात्मकताएँ: भारतीय राजनीति में जाति, धर्म, वर्ग, नृजातीयता, भाषा एवं लिंग की भूमिका, राजनीतिक दल एवं मतदान व्यवहार, नागरिक समाज एवं राजनीतिक आंदोलन, राष्ट्रीय अखंडता एवं सुरक्षा से जुड़े मुद्दे, सामाजिक- राजनीतिक संघर्ष के संभावित क्षेत्र|
7. राजस्थान की राज्य-राजनीति: दलीय प्रणाली, राजनीतिक जनांकिकी, राजस्थान में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के विभिन्न चरण, पंचायती राज एवं नगरीय स्वशासन संस्थाएँ|
8. शीत युद्धोत्तर दौर में उदीयमान विश्व-व्यवस्था, संयुक्त राज्य अमरिका का वर्चस्व एवं इसका प्रतिरोध, संयुक्त राष्ट्र एवं क्षेत्रीय संगठन, अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद एवं पर्यावरणीय मुद्दे|
9. भारत की विदेश नीति: उद्विकास, निर्धारक तत्व, संयुक्त राज्य अमरिका, चीन, रूस एवं यूरोपीय संघ के साथ भारत के संबंध, संयुक्त राष्ट्र, गुट निरपेक्ष आंदोलन, ब्रिक्स, जी- 20, जी-77 एवं सार्क में भारत की भूमिका|
10. दक्षिण एशिया, दक्षिण-पूर्व एशिया एवं पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक एवं रणनीतिक विकास तथा उनका भारत पर प्रभाव|
11. समसामयिक मामले: राजस्थान, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसमायिक घटनाएं, व्यक्ति एवं स्थान, खेलकूद से जुड़ी हाल की गतिविधियाँ|
इकाई II- लोक प्रशासन एवं प्रबंधन की अवधारणाएँ, मुद्दे एवं गत्यात्मकता-
1. प्रशासन एवं प्रबंध- अर्थ, प्रकृति एवं महत्व, विकसित एवं विकासशील समाजों में लोक प्रशासन की भूमिका, एक विषय के रूप में लोक प्रशासन का विकास, नवीन लोक प्रशासन, लोक प्रशासन के सिद्धांत|
2. अवधारणाएँ- शक्ति, सत्ता, वैधता, उत्तरदायित्व एवं प्रत्यायोजन|
3. संगठन के सिद्धांत- पदसोपान, नियंत्रण का क्षेत्र एवं आदेश की एकता|
4. प्रबंधन के कार्य- निगमित शासन एवं सामाजिक उत्तरदायित्व|
5. लोक प्रबंधन के नवीन आयाम- परिवर्तन का प्रबंधन|
6. लोक सेवा के आधारभूत मूल्य एवं अभिवृत्ति- लोक सेवा सत्यनिष्ठा, निष्पक्षता, गैरपक्ष, धरता एवं समर्पण, सामान्यज्ञ एवं विशेषज्ञ संबंध|
7. प्रशासन पर विधायी एवं न्यायिक नियंत्रण- विधायी एवं न्यायिक नियंत्रण की विभिन्न पद्धतियाँ एवं तकनीक|
8. राजस्थान में प्रशासनिक ढाँचा एवं प्रशासनिक संस्कृति- राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्रीपरिषद, राज्य सचिवालय एवं मुख्य सचिव|
9. जिला प्रशासन- संगठन, जिलाधीश एवं पुलिस अधीक्षक की भूमिका, उपखण्ड एवं तहसील प्रशासन|
10. प्रशासनिक विकास- अर्थ, क्षेत्र एवं विशेषताएँ|
11. राज्य मानवाधिकार आयोग, राज्य निर्वाचन आयोग, राज्य वित्त आयोग, लोकायुक्त, राजस्थान लोक सेवा आयोग एवं राजस्थान लोक सेवा अधिनियम, 2011.
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ईकाई III- प्रशासकीय नीतिशास्त्र, व्यवहार एवं विधि-
खण्ड अ- प्रशासकीय नीतिशास्त्र-
1. नीतिशास्त्र एवं मानवीय अन्तरसंबंध- मानवीय क्रियाओं में नीतिशास्त्र की अवधारणा, उसके निर्धारक और परिणाम- नैतिक मूल्य (उचित और कर्त्तव्य, शुभ एवं सद्गुण), प्लेटो का मुख्य सद्गुण, उपयोगितावाद- जे.एस.मिल, संकल्प की स्वतंत्रता व नैतिक उत्तरदायित्व|
2. कान्टीय नीतिशास्त्र, भगवद्गीता का नीतिशास्त्र एवं प्रशासन में इसकी भूमिका|
3. नीतिशास्त्र के आयाम- समाज एवं शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा पोषित मूल्यों में प्रशासकों की भूमिका|
4. निजी एवं सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र की भूमिका- प्रशासकों का आचरण, मूल्य एवं राजनैतिक अभिवृत्ति|
खण्ड ब- व्यवहार-
1. बुद्धि: संज्ञानात्मक बुद्धि, सामाजिक बुद्धि, संवेगात्मक बुद्धि, सांस्कृतिक बुद्धि और हॉवर्ड गार्डनर का विविध बुद्धि सिद्वान्त|
2. व्यक्तित्व: मनोविश्लेषण सिद्वान्त, शीलगुण व प्रकार सिद्वान्त, व्यक्तित्व निर्धारण के कारक और व्यक्तित्व मापन विधियाँ|
3. अधिगम और अभिप्रेरणा: अधिगम की शैलियां, स्मृति के मॉडल और विस्मृति के कारण अभिप्रेरणा के वर्गीकरण व प्रकार, कार्य अभिप्रेरणा के सिद्वान्त और अभिप्रेरणा का मापन|
4. जीवन की चुनौतियों का सामना करना : तनाव : प्रकृति, प्रकार कारण, लक्षण, प्रभाव, तनाव प्रबंधन और सकारात्मक स्वास्थ्य का प्रोत्साहन|
खण्ड स- विधि-
1. विधि की अवधारणा- स्वामित्व एवं कब्जा, व्यक्तित्व, दायित्व, अधिकार एवं कर्त्तव्य|
2. वर्तमान विधिक मुद्दे- सूचना का अधिकार, सूचना प्रौद्योगिकी विधि साइबर अपराध सहित (अवधारणा, उद्देश्य, प्रत्याशायें), बौद्धिक सम्पदा अधिकार (अवधारणा, प्रकार एवं उद्देश्य)|
3. स्त्रियों एवं बालकों के विरूद्ध अपराध- घरेलू हिंसा, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012, बाल श्रमिकों से संबंधित विधि|
4. राजस्थान में महत्वपूर्ण भूमि विधियां-
क) राजस्थान भू राजस्व अधिनियम, 1956.
ख) राजस्थान काश्तकारी अधिनियम,1955.
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पेपर IV- सामान्य हिंदी और सामान्य अंग्रेजी
राजस्थान लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा प्रश्न-पत्र- 4 पाठ्यक्रम के विस्तृत विषय इस प्रकार है, जैसे-
सामान्य हिन्दी
ईकाई I- सामान्य हिन्दीः कुल अंक 120, इस प्रश्न पत्र का उद्देश्य अभ्यर्थी की भाषा विषयक क्षमता तथा उसके विचारों की सही, स्पष्ट एवं प्रभावपूर्ण अभिव्यक्ति की परख करना है|
भाग अ- (अंक 50)-
1. संधि एवं संधि विच्छेद- दिए हुए शब्दों में संधि करना और संधि विच्छेद करना|
2. उपसर्ग- उपसर्गो का सामान्य ज्ञान और उनके संयोग से शब्दों की संरचना और शब्दों में विद्यमान उपसर्गो को पृथक करना|
3. प्रत्यय- प्रत्ययों का सामान्य ज्ञान और उनके संयोग से शब्दों की संरचना और शब्दों में विद्यमान प्रत्ययों को पृथक करना|
4. शब्द-युग्मों का अर्थ भेद|
5. एक वाक्यांश के लिए एक सार्थक शब्द|
6. वाक्य एवं शब्द शुद्धि- विभिन्न व्याकरणिक अशुद्धियों वाले वाक्य एवं शब्द को शुद्ध करना|
7. मुहावरे एवं लोकोक्तियाँ: अनुप्रयोग|
8. पारिभाषिक शब्दावली- प्रशासन से संबंधित अंग्रेजी शब्दों के समानार्थक हिन्दी शब्द|
9. पर्यायवाची शब्द|
10. विलोम शब्द|
भाग ब- (अंक 50)-
1. संक्षिप्तीकरण- गद्यावतरण का उचित शीर्षक एवं एक-तिहाई शब्दों में संक्षिप्तीकरण (गद्यावतरण की शब्द सीमा 150 शब्द एवं संक्षिप्तीकरण लगभग 50 शब्दों में होना चाहिए)|
2. वृद्धीकरण- किसी सूक्ति, काव्य की पंक्ति, प्रसिद्ध कथन आदि का भाव विस्तार (शब्द सीमा 150 शब्द)|
3. पत्र-लेखन एवं प्रारूप- कार्यालयी पत्र, निविदा, परिपत्र, अधिसूचना और अर्द्धशासकीय पत्र आदि|
भाग स- (अंक 20)-
निबंध-लेखन- किसी समसमायिक एवं अन्य विषय पर दो निबंध लेखन (शब्द सीमा 100 से 150 शब्दों में)|
English (अंग्रेजी)- Total marks 80
Part A- Grammar & Usage (20 Marks)-
1. Correction of Sentences: 10 sentences for correction with errors related to: Articles & Determiners.
2. Prepositions.
3. Tenses & Sequence of Tenses.
4. Modals.
5. Voice- Active & Passive.
6. Narration- Direct & Indirect.
7. Synonyms & Antonyms.
8. Phrasal Verbs & Idioms.
9. One Word Substitute.
10. Words often Confused or Misused.
Part B- Comprehension, Translation & Precis Writing (30 Marks)-
1. Comprehension of an Unseen Passage (250 Words approximately) 05 Questions based on the passage. Question No. 05 should preferably be on vocabulary.
2. Translation of five sentences from Hindi to English.
3. Precis Writing (a short passage of approximately 150-200 words).
Part C- Composition & Letter Writing (30 Marks)-
1. Paragraph Writing- Any 01 paragraph out of 03 given topics (approximately 200 words).
2. Elaboration of a given theme (Any 1 out of 3, approximately 150 words).
3. Letter Writing or Report Writing (approximately 150 words).
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