• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
Dainik Jagrati

Dainik Jagrati

Hindi Me Jankari Khoje

  • Blog
  • Agriculture
    • Vegetable Farming
    • Organic Farming
    • Horticulture
    • Animal Husbandry
  • Career
  • Health
  • Biography
    • Quotes
    • Essay
  • Govt Schemes
  • Earn Money
  • Guest Post
Home » Blog » फसलों का फफूंदनाशक, कीटनाशक, जीवाणु कल्चर से बीज उपचार

फसलों का फफूंदनाशक, कीटनाशक, जीवाणु कल्चर से बीज उपचार

November 2, 2018 by Bhupender Choudhary Leave a Comment

फसलों का फफूंदनाशक

प्रमुख फसलों का इतना महंगा और प्रमाणित बीज खरीदने के बाद भी फसलों के बीज का फफूंद नाशक, कीटनाशक, जैव रसायन एवं जीवाणु कल्चर से बीज उपचार आवश्यक क्यों है, यह प्रश्न हर जागरूक कृषक का होता है, बीज उपचार आवश्यक इसलिए है, की प्रारंभ में ही बीज जनित रोगों और कीटों का प्रभाव रोकने के लिए बीजोपचार आवश्यक है|

क्योंकि यह उनसे होने वाले नुकासन को घटाता है, नही तो फसलों की वृद्धि के बाद इनको रोकने के लिए अधिक मूल्य खर्च करना पड़ता है और फसलों में क्षति भी अधिक होती है|

बीजों में अंदर और बाहर रोगों के रोगाणु सुशुप्ता अवस्था में बीज जनित रोग, मिट्टी में मिट्टी जनित रोग एवं हवा में वायु जनित रोग मौजूद रहते हैं| ये अनुकूल वातावरण के मिलने पर उत्पन्न होकर फसलों पर रोग के लक्षण के रूप में प्रकट होते हैं|

यह भी पढ़ें- मधुमक्खियों के दुश्मन कीट एवं रोग और रोकथाम

फसलों में रोग के कारक फफूंद रहने पर फफूंदनाशी से, जीवाणु रहने पर जीवाणुनाशी से, सूत्रकृमि रहने पर सौर उपचार या कीटनाशी से उपचार किया जाता है| मिट्टी में रहने वाले कीटों से सुरक्षा के लिए भी कीटनाशी से बीजोपचार किया जाता है|

इसके अतिरिक्त पोषक तत्व स्थिरीकरण के लिए जीवाणु कलचर (राइजोवियम, एजोटोबैक्टर, एजोस्पाइरीलम, फास्फोटिका और पोटाशिक जीवाणु) से भी बीजोपचार किया जाता है| बीज उपचार क्या है, जानिए उपचार की आधुनिक विधियाँ यहां पढ़ें| आइए जानते है कुछ प्रमुख फसलों के बीज उपचार के बारे में, जैसे-

प्रमुख फसलों का फफूंदनाशक रसायन से बीज उपचार-

फसल रोग का नाम फफूंदनाशकमात्रा (ग्राम, प्रति किलोग्राम बीज)उपचार की विधि 
धान (चावल)झोंका (ब्लास्ट) कडा (स्पट) पत्ती का भूरा धब्बा रोग,जीवाणु झुलसा जीवाणु अंगमारीकार्बेन्डाजिम + थायरम (1:1)स्ट्रेप्टोसाइक्लीन या प्लान्टोमाइसिन2 ग्राम

4 ग्राम प्रति 25 लीटर पानी

गीला

स्लेरी घोल

मक्काअल्टरनॅरिया ब्लाईट,पद गलन पाउडरी मिल्ड्यूथायरम या कैप्टनकार्बेन्डाजिम2 ग्राम1.5 ग्रामगीलागीला
गेहूंसूत्रकृमि

स्पट

कार्बोक्सीन
नमककाबोक्सीन
+
थायरम
2 ग्राम
5 प्रतिशत घोल2+1 ग्राम
गीलास्लेरी घोल

गीला

चना, मसूर, मटर, अरहरउकठा, झुलसा, तना व जड़ विगलनकार्बेन्डाजिम + थायरम (1:1)2.5 ग्रामगीला
अरहरफाइटोप्थोरा
अंगमारी
रिडोमिल
(एम जेड- 72)
3 ग्रामगीला
चनातना व जड़ विगलनकार्बेन्डाजिम + थायरम (1:1)2.5 ग्रामगीला
मटररतुआ (रस्ट)कार्बेन्डाजिम2 ग्रामगीला
मसूररतुआविजिल
(डाई-क्लोक्युट्रोजोल)
थायरम
2.5 ग्राम2 ग्रामसुखागीला
मूंगफली, सूरजमुखीजड़ विगलनथायरम या कैप्टन2.5 ग्रामगीला
राईअल्टरनॅरिया ब्लाईटथायरम या विटाबॉक्स2 ग्रामसुखा
सरसों, तोरियाझुलसा, सफेद हरदाडाउनी मिल्ड्यूकान्डाजिमरिडोमिल1.5 ग्राम2 ग्रामसुखा
तिलपत्र लांक्षणथायरम2.5 ग्रामसुखा
टमाटर, बैंगन, मिर्चआर्द्रपतन, उकठा
जड़ सड़न
श्यामवरण
थायरम या कैप्टनकार्बेन्डाजिम2 ग्राम1,5 ग्रामसुखासुखा
आलूझुलसा रोग व
अन्य
फफूंदजनित रोग
मैंकोजेबकार्लेन्डाजिम2.5 ग्राम प्रति लिटर पानी2 ग्राम प्रति लीटर पानीस्लेरी घोलस्लेरी घोल
मटरजीवाणु पत्ती एवं फली अंगमारीथायरम या कैप्टन2.5 ग्रामगीला
गोभी वर्गीय सब्जियाँआर्द्रपतन, जड़ सड़न, तना विगलनथायरम2 ग्रामसुखा
अदरक, हल्दीतना विगलन, जड़ सड़नथायरम या कैप्टन2.5 ग्राम प्रति लीटर पानीस्लेरी घोल

यह भी पढ़ें- चूहों से खेती को कैसे बचाएं

प्रमुख फसलों का कीटनाशक रसायन से बीज उपचार-

फसल कीट या रोग का नामकीटनाशकमात्रा (ग्राम या किलोग्राम बीजउपचार की विधि 
मूंग, उरद, अरहरमोजेक रोग (रोगवाहक सफेद या मक्खी)इमिडाक्लोप्रिड- 70 डब्ल्यू एसया क्लोरोपायरीफॉस 20 ईसी3 ग्राम5 मिलीलीटरगीलागीला
तिलबांझपन (बांझपन थ्रिप्स)इमिडाक्लोप्रिड- 70 डब्ल्यू एस3 ग्रामसुखा
खाद्यान्न फसलें
दलहनी फसलें
सब्जियां
दीमक, कजरा
पिल्लू, सफेद गिडार
क्लोरोपायरीफॉस 20 ईसी6 से 7 मिलीलीटरगीला
टमाटर, भिंडी, मिर्च, बैंगनसफेद मक्खी
थ्रिप्स
जैसिड
लीफ हॉपर
इमिडाक्लोप्रिड- 70 डब्ल्यू एस3 ग्रामसुखा
गन्नादीमकइमिडाक्लोप्रिड- 17.8 एस एल15 से 20 मिलीलीटर प्रति 10 लीटर पानीघोल में 5 से 10 मिनट डुबोकर उपचारित करें

यह भी पढ़ें- टपक (ड्रिप) सिंचाई प्रणाली क्या है, जानिए लाभ, देखभाल, प्रबंधन

फसलों का जैव रसायन से बीज उपचार-

फसल रोग जैव रसायन की मात्रा 
गन्नाजड़ सड़न, उकठाट्राइकोडर्मा 4 से 6 ग्राम, प्रति किलोग्राम बीज
धानजड़ सड़न,बैक्टीरियल शीथ ब्लाइटट्राइकोडर्मा 5 से 10 ग्राम, प्रति किलोग्राम बीजसुडोमोनस फलोरेसेन्स 10 ग्राम, प्रति किलोग्राम बीज
मिर्चएन्छेकनोज, आर्द्रगलन, उकठाट्राइकोडर्मा विरिडी 6 ग्राम, प्रति किलोग्राम बीजट्राइकोडर्मा प्रजाति 6 ग्राम, प्रति किलोग्राम बीज
मटरजड़ सडनवैसेलस सब्टेलीस या सुडोमोनस फलोरेसेन्स 10 ग्राम, प्रति किलोग्राम बीज
टमाटरमृदा जनित रोग (उकठा, आर्द्रगलन रोग) आगात झुलसाट्राइकोडर्मा विरिडी 6 ग्राम, प्रति किलोग्राम बीज
गोभी, मुली, पत्तागोभीमृदा जनित रोगट्राइकोडर्मा विरिडी 5 से 6 ग्राम, प्रति किलोग्राम बीज
चनाउकठा और गलका रोगट्राइकोडर्मा विरिडी 10 से 12 ग्राम, प्रति किलोग्राम बीज

यह भी पढ़ें- मशरूम की खेती क्या है, जानिए विभिन्न प्रजातियों के उत्पादन की तकनीकी

जीवाणु कल्चर का विभिन्न फसलों में उपयोग –

जीवाणु कल्चर प्रयोग होने वाली फसलें 
राइजोबियमसभी दलहनी फसलों के लिए लेकिन प्रत्येक फसल के लिए अलग-अलग किस्में|मात्रा- एक पैकेट 250 ग्राम, प्रति एकड़ बीज उपचारित करने के लिए|
एजोटोबैक्टरगेहूं, बाजरा, जौ, कपास, आलू, गोभी, प्याज उपचारित करने के लिए|मात्रा- एक पैकेट 250 ग्राम, प्रति एकड़ बीज उपचारित करने के लिए|
एजोस्पाइरिलमधान, ज्वार, बाजरा, गेहूं, जौ, मक्का, गन्ना आदि|मात्रा- एक पैकेट 250 ग्राम, प्रति एकड़ बीज उपचारित करने के लिए|
माइज़ फोकस
(फास्फेटिक या पी. एस. वी.)
सभी फसलों के लिए|मात्रा- एक पैकेट 250 ग्राम, प्रति एकड़ बीज उपचारित करने के लिए|

यह भी पढ़ें- सब्जियों की नर्सरी (पौधशाला) तैयार कैसे करें

यदि उपरोक्त जानकारी से हमारे प्रिय पाठक संतुष्ट है, तो लेख को अपने Social Media पर Like व Share जरुर करें और अन्य अच्छी जानकारियों के लिए आप हमारे साथ Social Media द्वारा Facebook Page को Like, Twitter व Google+ को Follow और YouTube Channel को Subscribe कर के जुड़ सकते है|

Reader Interactions

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

“दैनिक जाग्रति” से जुड़े

  • Facebook
  • Instagram
  • LinkedIn
  • Twitter
  • YouTube

करियर से संबंधित पोस्ट

आईआईआईटी: कोर्स, पात्रता, प्रवेश, रैंकिंग, कट ऑफ, प्लेसमेंट

एनआईटी: कोर्स, पात्रता, प्रवेश, रैंकिंग, कटऑफ, प्लेसमेंट

एनआईडी: कोर्स, पात्रता, प्रवेश, फीस, कट ऑफ, प्लेसमेंट

निफ्ट: योग्यता, प्रवेश प्रक्रिया, कोर्स, अवधि, फीस और करियर

निफ्ट प्रवेश: पात्रता, आवेदन, सिलेबस, कट-ऑफ और परिणाम

खेती-बाड़ी से संबंधित पोस्ट

June Mahine के कृषि कार्य: जानिए देखभाल और बेहतर पैदावार

मई माह के कृषि कार्य: नियमित देखभाल और बेहतर पैदावार

अप्रैल माह के कृषि कार्य: नियमित देखभाल और बेहतर पैदावार

मार्च माह के कृषि कार्य: नियमित देखभाल और बेहतर पैदावार

फरवरी माह के कृषि कार्य: नियमित देखभाल और बेहतर पैदावार

स्वास्थ्य से संबंधित पोस्ट

हकलाना: लक्षण, कारण, प्रकार, जोखिम, जटिलताएं, निदान और इलाज

एलर्जी अस्थमा: लक्षण, कारण, जोखिम, जटिलताएं, निदान और इलाज

स्टैसिस डर्मेटाइटिस: लक्षण, कारण, जोखिम, जटिलताएं, निदान, इलाज

न्यूमुलर डर्मेटाइटिस: लक्षण, कारण, जोखिम, डाइट, निदान और इलाज

पेरिओरल डर्मेटाइटिस: लक्षण, कारण, जोखिम, निदान और इलाज

सरकारी योजनाओं से संबंधित पोस्ट

स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार: प्रशिक्षण, लक्षित समूह, कार्यक्रम, विशेषताएं

राष्ट्रीय युवा सशक्तिकरण कार्यक्रम: लाभार्थी, योजना घटक, युवा वाहिनी

स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार: उद्देश्य, प्रशिक्षण, विशेषताएं, परियोजनाएं

प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना | प्रधानमंत्री सौभाग्य स्कीम

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना: पात्रता, आवेदन, लाभ, पेंशन, देय और ऋण

Copyright@Dainik Jagrati

  • About Us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Contact Us
  • Sitemap