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Home » सिविल सेवा परीक्षा: साक्षात्कार और अंकन योजना

सिविल सेवा परीक्षा: साक्षात्कार और अंकन योजना

May 29, 2023 by Bhupender Choudhary Leave a Comment

सिविल सेवा परीक्षा पैटर्न, अंकन योजना और साक्षात्कार

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा अंकन योजना और पैटर्न आधिकारिक यूपीएससी सिविल सेवा अधिसूचना में अधिसूचित किया जाता है| यूपीएससी आईएएस परीक्षा अंकन योजना और पैटर्न तैयारी के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह परीक्षा के लेआउट की रूपरेखा तैयार करता है और उम्मीदवार परीक्षा के लिए बेहतर योजना बना सकते हैं| सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के दृष्टिकोण से परीक्षा पैटर्न को समझना बहुत महत्वपूर्ण है|

हालांकि हम यह नहीं कह सकते कि संघ लोक सेवा आयोग उसी पैटर्न का पालन करेगा क्योंकि यह किसी भी समय उम्मीदवारों को आश्चर्यचकित कर सकता है लेकिन यह अभी भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आईएएस की तैयारी के लिए सही रास्ता प्रदान कर सकता है| सिविल सेवा परीक्षा देश में यूपीएससी द्वारा आयोजित सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है|

परीक्षा पैटर्न को सिविल सेवा परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा में बड़ी संख्या में उम्मीदवारों को फ़िल्टर करने और मुख्य परीक्षा में उम्मीदवारों के गहन ज्ञान का परीक्षण करने के लिए डिज़ाइन किया गया है| परीक्षा को दो चरणों में विभाजित किया जाता है और दोनों चरणों के लिए सिविल सेवा परीक्षा पैटर्न अलग-अलग होता हैं| परीक्षा भारत में प्रतिष्ठित अखिल भारतीय सेवाओं और केंद्रीय सिविल सेवाओं के लिए उम्मीदवारों की भर्ती के लिए हर साल यूपीएससी द्वारा आयोजित की जाती है|

सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए अंकन योजना और पैटर्न की स्पष्ट समझ आवश्यक है| सिविल सेवा परीक्षा दो चरणों में आयोजित की जाती है: प्रारंभिक और मुख्य, दोनों चरणों के लिए सिविल सेवा परीक्षा का पैटर्न, अंकन योजना और साक्षात्कार नीचे दिया गया है| जिसका उल्लेख उम्मीदवार कर सकते है| परीक्षा सिलेबस के बारे में जानने के लिए यहाँ पढ़ें- सिविल सेवा प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा सिलेबस

यह भी पढ़ें- आईएएस परीक्षा

सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा पैटर्न

सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में 200 अंकों के दो पेपर होंगे, जिनमें से प्रत्येक में वस्तुनिष्ठ प्रकार के बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे| उम्मीदवारों को अनिवार्य रूप से दोनों पेपरों के लिए उपस्थित होना होगा और उन्हें दो-दो घंटे की अवधि में पूरा करना होगा| प्रारंभिक परीक्षा का पेपर वार विवरण इस प्रकार है, जैसे-

प्रश्न पत्र  प्रश्नों की संख्या  अधिकतम अंक 
सामान्य अध्ययन पेपर- I 100 200
सामान्य अध्ययन पेपर- II (रुचि परीक्षा) 80 200
कुल 180 400

ध्यान दें-

1. दोनों ही प्रश्न-पत्र वस्तुनिष्ठ (बहुविकल्पीय) प्रकार के होंगे|

2. सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा का पेपर-II अर्हक पेपर होगा जिसके लिए न्यूनतम अर्हक अंक 33% निर्धारित किए गए हैं|

3. प्रश्न-पत्र हिन्दी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में तैयार किए जाएंगे|

4. प्रत्येक प्रश्न-पत्र दो घंटे की अवधि का होगा| तथापि, दृष्टिहीन और चलने में असमर्थ और प्रमस्तिष्कीय पक्षाघात से पीडित उम्मीदवार जिनकी असमर्थता उनकी कार्य निष्पादन क्षमता (लेखन) (न्यूनतम 40% तक अक्षमता) को प्रभावित करती है, को सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा और सिविल सेवा (प्रधान) परीक्षा, दोनों में प्रति घंटा बीस मिनट का प्रतिकर समय दिया जाएगा|

नकारात्मक अंकन-

सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग होती है| उम्मीदवारों को प्रश्नों का उत्तर देते समय बहुत सावधान रहने की आवश्यकता है क्योंकि नकारात्मक अंकन उनके स्कोर को तेजी से कम कर सकता है| 1/3 की नकारात्मक अंकन है| इसका मतलब है कि प्रश्नों के लिए निर्धारित अंकों में से (1/3) अंक गलत उत्तर के लिए काटे जाएंगे|

उम्मीदवारों द्वारा खाली छोड़े गए प्रश्नों के लिए कोई अंक नहीं काटा जाएगा| यह और समझाया जा सकता है कि तीन गलत उत्तर एक सही उत्तर के अंक को खा जाएंगे| दूसरे (क्वालीफाइंग) पेपर में, प्रत्येक प्रश्न 2.5 अंक का होता है और नकारात्मक अंकन भी उसी अनुपात में बढ़ाया जाता है|

यह भी पढ़ें- यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कैसे करें

सिविल सेवा मुख्य परीक्षा पैटर्न

मुख्य परीक्षा में कुल दो क्वालीफाइंग पेपर, सात योग्यता-आधारित पेपर और एक व्यक्तित्व परीक्षण (साक्षात्कार दौर) शामिल होंगे| प्रत्येक पेपर तीन घंटे की अवधि का होगा| सभी कागजात के बारे में विवरण नीचे उल्लिखित है, जैसे-

क्वालिफाइंग पेपर्स- नीचे उल्लिखित दो क्वालीफाइंग पेपर होंगे| यह ध्यान दिया जा सकता है कि रैंक सूची की तैयारी के समय नीचे दिए गए दो प्रश्नपत्रों के अंकों की गणना नहीं की जाएगी|

प्रश्नपत्र विवरण अधिकतम अंक
क संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल भाषाओं में से उम्मीदवार द्वारा चुनी जाने वाली भारतीय भाषा में से एक (केवल योग्यता) 300
ख अंग्रेजी- वरीयता क्रम के लिए जिन प्रश्न पत्रों को आधार बनाया जाएगा 300
1 निबंध 250
2 सामान्य अध्ययन- I (भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व और समाज का इतिहास और भूगोल) 250
3 सामान्य अध्ययन- II (शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध) 250
4 सामान्य अध्ययन- III (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव-विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन) 250
5 सामान्य अध्ययन- IV (नैतिकता, सत्यनिष्ठा और योग्यता) 250
6 वैकल्पिक विषय – पेपर 1 250
7 वैकल्पिक विषय – पेपर 2 250
उप-कुल (लिखित परीक्षा) 1750
व्यक्तित्व परीक्षण (साक्षात्कार) 275
कुल योग 2025

नोट- उम्मीदवार नीचे तालिका में दिए गए विषयों की सूची में से कोई एक वैकल्पिक विषय चुन सकते हैं|

यह भी पढ़ें- सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए सर्वश्रेष्ठ पुस्तकें

ध्यान दें-

1. भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी के प्रश्न पत्र (प्रश्न पत्र क एवं प्रश्न पत्र ख) मैट्रिकुलेशन अथवा समकक्ष स्तर के होंगे, जिनमें केवल अर्हता प्राप्त करनी होगी| इन प्रश्न पत्रों में प्राप्त अंकों को योग्यता क्रम निर्धारित करने में नहीं गिना जाएगा|

2. सभी उम्मीदवारों के ‘निबंध’ ‘सामान्य अध्ययन’ तथा वैकल्पिक विषय के प्रश्न पत्रों का मूल्यांकन ‘भारतीय भाषा’ तथा अंग्रेजी के उनके अर्हक प्रश्न पत्र के साथ ही किया जाएगा| परंतु ‘निबंध’, ‘सामान्य अध्ययन’ तथा वैकल्पिक विषय के प्रश्न पत्रों पर केवल ऐसे उम्मीदवारों के मामले में विचार किया जाएगा, जो इन अर्हक प्रश्न पत्रों में न्यूनतम अर्हता मानकों के रूप में भारतीय भाषा में 25% अंक तथा अंग्रेजी में 25% अंक प्राप्त करते हैं|

3. तथापि, भारतीय भाषाओं का प्रथम प्रश्न पत्र उन उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य नहीं होगा जो अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड तथा सिक्किम राज्य के हैं|

4. यद्यपि, बेंचमार्क दिव्यांग (केवल श्रवण बाधित) उम्मीदवारों के लिए भारतीय भाषा का पेपर ‘क’ अनिवार्य नहीं होगा, बशर्ते कि उन्हें संबंधित शिक्षा बोर्ड / विश्वविद्यालय द्वारा दूसरी या तीसरी भाषा पाठ्यक्रमों से ऐसी छूट दी गई हो| उम्मीदवार को ऐसी छूट का दावा करने के लिए इस संबंध में परिवचन देना होगा/ स्वघोषणा करनी होगी|

5. उम्मीदवारों द्वारा केवल प्रश्न-पत्र- 1 – 7 में प्राप्त अंकों का परिगणन मेरिट स्थान सूची के लिए किया जाएगा| तथापि, आयोग को परीक्षा के किसी भी अथवा सभी प्रश्न-पत्रों में अर्हता अंक निर्धारित करने का विशेषाधिकार होगा|

6. भाषा के माध्यम/साहित्य के लिए उम्मीदवारों द्वारा लिपियों का उपयोग निम्नानुसार किया जाएगा, जैसे-

क्र.सं. भाषा लिपि क्र. सं. भाषा लिपि
1 असमिया असमिया 2 बंगाली बंगाली
3 गुजराती गुजराती 4 हिन्दी देवनागरी
5 कन्नड़ कन्नड़ 6 कश्मीरी फारसी
7 कोंकणी देवनागरी 8 मलयालम मलयालम
9 मणिपुरी बंगाली 10 मराठी देवनागरी
11 नेपाली देवनागरी 12 उड़िया उड़िया
13 पंजाबी गुरुमुखी 14 संस्कृत देवनागरी
15 सिन्धी देवनागरी या अरबी 16 तमिल तमिल
17 तेलुगु तेलुगु 18 उर्दू फारसी
19 बोडो 20 डोगरी देवनागरी
21 मैथिली देवनागरी 22 संथाली देवनागरी या आलचिकी

टिप्पणी- संथाली भाषा के लिए प्रश्न पत्र देवनागरी लिपि में छपेंगे किन्तु उम्मीदवारों को उत्तर देने के लिए देवनागरी या ओलचिकि लिपि के प्रयोग का विकल्प होगा|

यह भी पढ़ें- UPSC Exam क्या है?: योग्यता, आवेदन, चयन प्रक्रिया

वैकल्पिक विषय-

क्र.सं. विषय क्र.सं. विषय
1 कृषि विज्ञान 2 पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विज्ञान
3 नृविज्ञान 4 वनस्पति विज्ञान
5 रसायन विज्ञान 6 सिविल इंजीनियरी
7 वाणिज्य शास्त्र तथा लेखा विधि 8 अर्थशास्त्र
9 विद्युत इंजीनियरी 10 भूगोल
11 भू-विज्ञान 12 इतिहास
13 विधि 14 प्रबंधन
15 गणित 16 यांत्रिक इंजीनियरी
17 चिकित्सा विज्ञान 18 दर्शन शास्त्र
19 भौतिकी 20 राजनीति विज्ञान तथा अन्तर्राष्ट्रीय संबंध
21 मनोविज्ञान 22 लोक प्रशासन
23 समाज शास्त्र 24 सांख्यिकी
25 प्राणि विज्ञान
26 निम्नलिखित भाषाओं में से किसी एक भाषा का साहित्य: असमिया, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिन्दी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उडिया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगू, उर्दू और अंग्रेजी

ध्यान दें-

1. परीक्षा के प्रश्न-पत्र पारंपरिक (विवरणात्मक) प्रकार के होंगे|

2. प्रत्येक प्रश्न-पत्र तीन घंटे की अवधि का होगा|

3. अर्हक भाषाओं – प्रश्न पत्र क तथा ख को छोड़कर उम्मीदवारों को सभी प्रश्नों के उत्तर संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किसी भी भाषा या अंग्रेजी में देने का विकल्प होगा| इसके बावजूद, ऐसे उम्मीदवारों को वैकल्पिक पेपर अंग्रेजी में लिखने का भी विकल्प होगा, यदि उन्होंने अर्हक भाषा पेपर-‘क’ और पेपर-‘ख’ को छोड़कर पेपर 1-5 को भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल भाषाओं में से किसी एक में लिखने का विकल्प चुना हो|

4. जो उम्मीदवार प्रश्न-पत्रों के उत्तर देने के लिए संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल भाषाओं में से किसी एक भाषा का चयन करते हैं, वे यदि चाहें तो केवल तकनीकी शब्दों, यदि कोई हों, का विवरण स्वयं द्वारा चयन की गई भाषा के अतिरिक्त कोष्ठक (ब्रैकेट) में अंग्रेजी में भी दे सकते हैं|

तथापि, उम्मीदवार यह नोट करें कि यदि वे उपर्युक्त नियम का दुरूपयोग करते हैं तो इस कारणवश कुल प्राप्तांकों, जो उन्हें अन्यथा प्राप्त हुए होते, में से कटौती की जाएगी और असाधारण मामलों में उनके उत्तर अनधिकृत माध्यम में होने के कारण उनकी उत्तर-पुस्तिका (ओं) का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा|

5. प्रश्न-पत्र (भाषा के साहित्य के प्रश्न-पत्रों को छोड़कर) केवल हिन्दी तथा अंग्रेजी में तैयार किए जाएंगे|

यह भी पढ़ें- यूपीएससी आईईएस परीक्षा

सिविल सेवा साक्षात्कार

1. उम्मीदवार का साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षण एक बोर्ड द्वारा होगा जिसके सामने उम्मीदवार के परिचयवृत्त का अभिलेख होगा| उससे सामान्य रुचि की बातों पर प्रश्न पूछे जायेंगे| यह साक्षात्कार/ व्यक्तित्व परीक्षण इस उद्देश्य से होगा कि सक्षम और निष्पक्ष प्रेक्षकों का बोर्ड यह जान सके कि उम्मीदवार लोक सेवा के लिए व्यक्तित्व की दृष्टि से उपयुक्त है या नहीं| यह परीक्षा उम्मीदवार की मानसिक क्षमता को जांचने के अभिप्राय: से की जाती है|

मोटे तौर पर इस परीक्षा का प्रयोजन वास्तव में न केवल उसके बौद्धिक गुणों को अपितु उसके सामाजिक लक्षणों और सामाजिक घटनाओं में उसकी रुचि का भी मूल्यांकन करना है| इसमें उम्मीदवार की मानसिक सतर्कता, आलोचनात्मक ग्रहण शक्ति, स्पष्ट और तर्क संगत प्रतिपादन की शक्ति, संतुलित निर्णय की शक्ति, रुचि की विविधता और गहराई, नेतृत्व और सामाजिक संगठन की योग्यता, बौद्धिक और नैतिक ईमानदारी की भी जांच की जा सकती है|

2. साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षण में प्रति परीक्षण (क्रास एग्जामिनेशन) की प्रणाली नहीं अपनाई जाती| इसमें स्वाभाविक वार्तालाप के माध्यम से उम्मीदवार के मानसिक गुणों का पता लगाने का प्रयत्न किया जाता है, परन्तु वह वार्तालाप एक विशेष दिशा में और एक विशेष प्रयोजन से किया जाता है|

3. साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षण उम्मीदवारों के विशेष या सामान्य ज्ञान की जांच करने के प्रयोजन से नहीं किया जाता, क्योंकि उसकी जांच लिखित प्रश्न पत्रों से पहले ही हो जाती है| उम्मीदवारों से आशा की जाती है कि वे न केवल अपने शैक्षणिक विशेष विषयों में ही पारंगत हों बल्कि उन घटनाओं पर भी ध्यान दें जो उनके चारों ओर अपने राज्य या देश के भीतर और बाहर घट रही हैं तथा आधुनिक विचारधारा और नई-नई खोजों में भी रूचि लें जो कि किसी सुशिक्षित युवक में जिज्ञासा पैदा कर सकती है|

नोट- हालाँकि व्यक्तित्व परीक्षण/साक्षात्कार का कोई निर्धारित पैटर्न नहीं है| यह उम्मीदवार से उम्मीदवार और बोर्ड से बोर्ड में भिन्न होता है| साक्षात्कार नई दिल्ली में UPSC अधिकारी परिसर में आयोजित किया जाता है| उम्मीदवारों द्वारा सभी लिखित परीक्षाओं को पास करने के बाद, सक्षम पर्यवेक्षकों के एक बोर्ड द्वारा उनका साक्षात्कार लिया जाएगा| साक्षात्कार परीक्षा में, उम्मीदवारों को नीचे उल्लिखित विभिन्न कौशलों के आधार पर आंका जा सकता है, जैसे-

1. मानसिक सतर्कता

2. आत्मसात करने की महत्वपूर्ण शक्तियां

3. स्पष्ट और तार्किक प्रदर्शनी

4. निर्णय का संतुलन

5. रुचि की विविधता और गहराई

6. सामाजिक एकता और नेतृत्व की क्षमता

7. बौद्धिक और नैतिक अखंडता इत्यादि|

यह भी पढ़ें- यूपीएससी सीएपीएफ परीक्षा

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न- यूपीएससी मुख्य का आईएएस परीक्षा पैटर्न क्या है?

उत्तर- यूपीएससी मेन्स में 2 अनिवार्य भाषा के पेपर, 4 सामान्य अध्ययन के पेपर और 2 वैकल्पिक पेपर होते हैं| सभी परीक्षाओं के लिए कुल अंक 1750 हैं और प्रत्येक पेपर में 3 घंटे की समयावधि है|

प्रश्न- आईएएस मेंस में कितने पेपर होते हैं?

उत्तर- आईएएस मेन्स में 9 पेपर होते हैं|

प्रश्न- क्या आईएएस के लिए कक्षा 12वीं का प्रतिशत मायने रखता है?

उत्तर- नहीं, आईएएस के लिए कक्षा 12वीं का प्रतिशत कोई मायने नहीं रखता| पात्र होने के लिए उम्मीदवार को सिर्फ स्नातक होना चाहिए|

प्रश्न- क्या सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा (CSP) में एक प्रयास को प्रयास के रूप में गिना जाता है?

उत्तर- प्रारंभिक परीक्षा में किसी भी पेपर में एक प्रयास को यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में एक प्रयास के रूप में गिना जाता है|

प्रश्न- सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा की योजना क्या है?

उत्तर- परीक्षा में 200 200 अंकों के दो अनिवार्य पेपर शामिल होंगे|

प्रश्न- क्या कोई उम्मीदवार एक वैकल्पिक विषय चुन सकता है, जिसका अध्ययन उसने स्नातक/स्नातकोत्तर स्तर पर नहीं किया है?

उत्तर- हां, उम्मीदवार उपरोक्त लेख में दी गई सूची में से किसी भी भाषा का चयन कर सकते हैं|

प्रश्न- प्रश्न पत्रों की भाषा/माध्यम कौन-सी है?

उत्तर- प्रश्न पत्र (भाषा पत्रों के साहित्य के अलावा) द्विभाषी यानी हिंदी और अंग्रेजी में ही सेट किए जाते हैं|

यह भी पढ़ें- नौसेना एए और एसएसआर भर्ती पात्रता मानदंड एवं चयन प्रक्रिया

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