
चावल के औषधीय गुण और फायदे यह वह हर इन्सान जानना चाहता है, जो इसका उपयोग किसी ना किसी रूप में करता है| चावल (Rices) ज्यादतर हमारे भोजन में शामिल होने वाला अनाज है| कुछ लोग इसे मोटापा बढ़ाने वाला आहर मानते है|
लिकिन यह बिलकुल गलत है| चावल (Rices) को भूख के अनुसार खाया जाए तो यह एक हल्का भोजन है| क्या आप जानते है| Rices औषधियों से भी भरा हुआ एक खाद्य आहर है| तो आइए जानते है| चावल के औषधीय गुण और नुकसान क्या है|
औषधीय गुण और फायदे
चावल का मांड- यानि की चावल (Rices) को पकाते समय जो सफेद पानी बचता है, उसे मांड कहते है| यह गाढ़ा पानी एक औषधि होती है| इसमें प्रोटीन, विटामिन और खनिज पदार्थ होते है| इसलिए इसको आहर में खाना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है| यह भी चावल के औषधीय गुणों में से एक है|
आंधा सीसी या माइग्रेन- रात में खाना खाने के बाद चावल का पाउडर एक छ्म्म्च छोटा को सहद में मिलाकर खाने से अर्धमस्तिक रोग दूर होता है| इसके लिए आप को 3 से 4 सप्ताह तक यह प्रयोग करना होगा|
दस्त और भुखार- चावल के दानों को पीसकर पाउडर बना ले दो छोटा चम्मच पाउडर ले उसमें सहद और गाय का दूध आवश्यकतानुसार मिलाकर इसका उपयोग करने से बुखार, दस्त, सीने की जलन आदि के निवारण में लाभ मिलता है| यह भी चावल के औषधीय गुणों में से एक है|
अम्लपित्त- चावल का लावा 100 से 150 ग्राम को बराबर मात्रा में सहद और आवश्यकतानुसार चीनी में मिलाकर लेने से अम्लपित्त या एसिडिटी रोग में लाभ मिलता है|
गले का बैठना- चावल का पाउडर, जुड़ और चीनी को मिलाकर लेने से गला ठीक होता है| यह भी चावल के औषधीय गुणों में से एक है|
उलटी- इसके लावाको, चीनी और सहद को मुंग के काढ़े के साथ मिलाकर लेने से उलटी बंद हो जाती है|
फोड़े की जलन- यदि शरीर के किसी भाग पर फोड़ा है| और उसमें असहनीय पीड़ा, जलन और सुजन हो रही है, तो चावल को भिगोकर पिस ले इसके बाद फोड़े पर लेप लगा ले इसे फोड़े की पीड़ा, जलन और सुजन में रोगी को आराम मिलेगा|
चेहरे के धब्बे या झुरी- रात्रि में चावल को पानी में भिगोकर छोड़ दे और सुबह इस पानी से चेहरा साफ़ करने से चेहरे के धब्बे ओए झुरी साफ़ हो जाते है और चेहरा चमकदार हो जाता है|
आखों का लालपन- यदि वादी या काफ के कारण आखें लाला रहती है, तो Rices को उबाल कर उसको हल्का गर्म होने दे| इसके बाद पोटली में बांधकर आखों पर रखे आराम मिलेगा| यह भी चावल के औषधीय गुणों में से एक है|
गर्भनिरोधक- चावल का दोहन और इसके पौधे की जड़ को पीसकर छान ले इसके बाद इसमें सहद मिलकर पिने से गर्भ स्थिति नही बन पाती, यह सहज और हानि रहित है|
वीर्य नाक योग- चावल दाल, नमक मिर्च, हिंग, अदरक, मसाले और गाय का घी डालकर सेवन करने से वीर्य की वृद्धि होती है, और पतलापन दूर होता है| यह सरीर के मल और मूत्र जैसे विकारों को दूर करने की प्रक्रिया है|
कैंसर और लो ब्लडप्रेशर- इसका मांड का पानी पिने से कैंसर नही होता, शरीर के तापमान का संतुलन बना रहता है, रक्तसंचार अच्छा बना रहता है| इसके साथ साथ लो ब्लडप्रेशर की समस्या भी दूर होती है| यह भी चावल के औषधीय गुणों में से एक है|
पेट के कीड़े- चावल को भुनकर इसको रात में पानी में भिगो देना चाहिए और सुबह उस पानी को पी लेना चाहिए| इससे पेट के कीड़े मर जाते है| इस प्रकार चावल के औषधीय गुण अनेक है|
चावल के नुकसान
1. अधिक सेवन- अन्य अनाज की तुलना में चावल में पोषक तत्व कम पाए जाते है| इसलिए इसका अधिक प्रयोग शरीर के लिए कोई खास लाभदायक नही होता|
2. कई बार चावल का सेवन एलर्जी का कारण भी बन जाता है, इसके अधिक सेवन से शरीर को कई अन्य शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है|
3. डायबिटीज के रोगियों के लिए चावल नुकशान देह हो सकता है, इसके लिए उनको चावल का ज्यादा सेवन नही करना चाहिए|
4. अस्थमा के रोगी को भी चावल से परहेज करना चाहिए क्योकि Rices ठंडा होता है| जिसे उनको साँस लेने में तकलीफ हो सकती है|
5. चावल का सेवन आलसी बनाता है| क्योकि इसकी प्रकृति ठंडी है| इसलिए नींद आना स्वभाविक है|
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