• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
Dainik Jagrati

Dainik Jagrati

Hindi Me Jankari Khoje

  • Agriculture
    • Vegetable Farming
    • Organic Farming
    • Horticulture
    • Animal Husbandry
  • Career
  • Health
  • Biography
    • Quotes
    • Essay
  • Govt Schemes
  • Earn Money
  • Guest Post
Home » बी टी कपास के बीज की शुद्धता की जांच कैसे करें; अच्छे उत्पादन हेतु

बी टी कपास के बीज की शुद्धता की जांच कैसे करें; अच्छे उत्पादन हेतु

January 11, 2020 by Bhupender Choudhary Leave a Comment

बी टी कपास के बीज की शुद्धता की जांच कैसे करें

आनुवंशिक रूप से संशोधित फसल, बी टी कपास (Bt Cotton), भारत वर्ष में पहली बार आधिकारिक रूप से मार्च 2002 में देश में व्यावसायिक खेती के लिए अनुमोदित की गयी| बी टी कपास बेसिलस थूरेनजेनेसिस (बी.टी.) नाम के बेक्टिरीया के जीन से अनुवंशिक रूप से संशोधित है| बी.टी. जीन का प्रोटीन कपास के कीटों के लिए विषाक्त होता है|

पहली बार एक बीटी जीन वाले कपास के बीज को व्यावसायिक रूप से उगाने के लिए उपलब्ध कराया गया| तत्पश्चात दो बी.टी. जीन से संशोधित कपास का बीज खेती के लिए जारी किया गया| वर्तमान में छह बीटी जीनों या अधिक से संशोधित संकर बी.टी. कपास के बीजों का खेती के लिए व्यावसायिक रूप से विपणन किया जा रहा है|

अब तक कपास की लगभग 1100 या अधिक संकर किस्मों को बीटी जीनों को संशोधित किया जा चूका है| देश में वर्ष 2002 में बीटी कपास के बीज को प्रारंभ में धीमी गति से अपनाने के बाद, वर्ष 2010-11 में बीटी कपास का क्षेत्रफल देश में लगभग 9.4 मीलियन हेक्टेयर में फैल गया तथा वर्तमान में यह कुल कपास क्षेत्रफल के 95 प्रतिशत से भी ज्यादा क्षेत्रफल में बीटी कपास उगाई जा रही है|

भारत वर्ष अब बीटी कपास उगाने वाला सबसे बड़ा देश हो गया है| किसानों की आय में वृद्धि के साथ-साथ बी.टी. कपास रासायनिक कीटनाशकों के उपयोग को भी बहुत कम कर देती है| बी.टी. कपास की खेती एक सफलता की कहानी है| देश में कुल दस करोड़ रूपये के बीज का व्यापार होता है इसमें बी.टी. कपास बीज की हिस्सेदारी लगभग चार से पांच हजार करोड़ रूपये की है|

यह भी पढ़ें- बीटी कपास (कॉटन) की खेती कैसे करें

देश में बीटी कपास की खेती पूर्ण रूप से संकर बीज के द्वारा होती है| बी.टी. बीज पर कंपनीयों का मालिकाना हक है| किसानों को यह बीज हर वर्ष कम्पनी से खरीदना पड़ता है| देशी एवं संकर बीजों की कीमत जो कि क्रमशः 200 रूपयें एवं 700 रूपये प्रति किलो की दर से किसानों को उपलब्ध होते हैं, की तुलना में बीटी कपास बीज किसानों को लगभग 2000 रूपये प्रति किलों के भाव में से मिलता है जोकि किसानों पर अतिरिक्त खर्चे का भार है तथा यह एक बड़ी समस्या है|

क्या फिर भी अच्छी गुणवत्ता के बीटी कपास बीज की पहचान करने का किसानों के पास कोई साधन हैं| हालांकि काफी मात्रा में खराब गुणवत्ता के बी.टी. कपास के बीजों को नियामक अधिकारियों द्वारा जब्त कर लिया जाता है| फिर भी काफी मात्रा में नकली बीटी कपास के बीज किसानों के खेतों तक पहुंच जाते हैं|

अतः ऐसे सिस्टम या प्रणाली की बहुत अधिक आवश्यकता है, जिसका इस उद्देश्य से खेत में उपयोग करना आसान हों| इस दिशा में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के द्वारा बी.टी. के बीजों की जांच के लिए कई किट विकसित की गई हैं| विभिन्न उपयोग कर्ताओं के लिए विभिन्न प्रकार की किट विकसित की गई हैं जिनका वर्णन इस लेख में किया गया है|

यह भी पढ़ें- बीटी कॉटन (कपास) की उन्नत किस्में, जानिए विशेषताएं एवं पैदावार

बी टी कपास बीज जाँच किट

बीटी एक्सप्रेस डिप स्टिक किट-

यह किट एक डुबाने वाली छड़ी के प्रारूप में है तथा एक आम आदमी द्वारा भी पौधे या बीज में बी.टी. विष का तुरंत पता लगाया जा सकता है (उपरोक्त चित्र देखें)| यह परीक्षण केवल 10 मिनट में पूरा हो जाता है तथा यह परीक्षण खेत में भी किया जा सकता है| इसके लिए किसी प्रकार की अन्य सुविधाओं की जरूरत नहीं हैं| यह किट सरलता से विश्वसनीय जांच के लिए प्रयोग की जा सकती है| बी.टी. एक्सप्रेस डिप स्टिक इस्तमेमाल करने की विधि इस प्रकार है, जैसे-

1. कपास के बीज या पत्ती को बफर में अच्छी तरह से मसलें

2. छड़ी को इस बफर में डुबाकर दस मिनट इंतजार करें

3. यदि दो रेखाएं प्राप्त होती हैं तो कपास बीटी है

4. यदि एक रेखा प्राप्त होती है तो कपास बीटी नहीं है|

यह भी पढ़ें- नरमा (अमेरिकन) कपास की खेती कैसे करें

बीटी क्वांट एलिसा किट-

यह एक एलिसा किट है जो ट्रांस जेनिक पौधों में क्राई 1 ए बी या क्राई 1 ए सी की अभिव्यक्ति का सटीक रूप से मापन करती है| यह किट सरल, सस्ती एवं बहुत विश्वसनीय है| एक एलिसा परख को पूरा करने में इस किट से चार घंटे लगते है| एक एलिसा प्लेट को 96 नमूने जांचने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है|

बीटी डाटब्लाट जांच किट (बिंदु-धब्बा बीटी जांच किट)-

यह एक धब्बा बिंदु परख किट है तथा बीटी विष की उपस्थिति का पौधे अथवा बीज में पता लगाने में सक्षम है| एक बार में यह किट 100 नमुनों की – जांच कर सकती है| यह काफी सरल है| थोड़ी सी ट्रेनिंग करने के उपरांत एक न्युनतम तकनीकी क्षमता वाला व्यक्ति भी इस किट को उपयोग आसानी से कर सकता है| इसे इस्तेमाल करने में लगभग 2 से 3 घंटे का समय लगता है|

बीटी जायगोसिटी डीएनए-पीसीआर किट-

यह पोलिमिरेज चेन रियेक्सन (पी सी आर) आधारित किट है तथा क्राई 1 ए सी जीन एवं अलग-अलग ट्रान्स्जैनिक पौधों के लिए जायगोसिटी की जांच के लिए उपयोग की जाती है| एक जांच पूरी करने में लगभग तीन घंटे का समय लगता है| एक बार में यह किट 50 नमुनों की जांच कर सकती है|

विशेष- इन सभी किट में से “बी.टी. एक्सप्रेस डिप-स्टिक किट” किसानों के लिए बहुत उपयोगी है| इसको प्रयोग करने की विधि भी बहुत आसान है|

यह भी पढ़ें- देसी कपास की खेती कैसे करें

निष्कर्ष

किसानों एवं प्रमाणित बी टी के बीज के आपूर्तिकर्ताओं के कौशल व ज्ञान को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण देने एवं शिक्षित करने की बहुत आवश्यकता हैं| बी.टी. जाँच किट बीटी कपास में मिलावटी बीज को पहचानने में मददगार है|

ये किट नकली बीज विक्रेताओं के खिलाफ कृषि विभाग के अधिकारियों के पास एक शक्तिशाली वैज्ञानिक हथियार हो सकती है, जो बीटी कपास के बीजों में धोखाधड़ी मिटाने में सहायक सिद्ध होगी|

बीटी बीज जाँच किट इस प्रकार किसानों एवं अन्य हितधारकों के लिए असली बीटी कपास बीज की सुनिश्चितता के साथ-साथ ये किट देश के कपड़ा उद्योग को कपास सुरक्षा प्राप्त करने में मदद करेगी|

यह भी पढ़ें- कपास फसल की विभिन्न अवस्थाओं के अनुसार प्रमुख कीट व रोग प्रकोप

यदि उपरोक्त जानकारी से हमारे प्रिय पाठक संतुष्ट है, तो लेख को अपने Social Media पर Like व Share जरुर करें और अन्य अच्छी जानकारियों के लिए आप हमारे साथ Social Media द्वारा Facebook Page को Like, Twitter व Google+ को Follow और YouTube Channel को Subscribe कर के जुड़ सकते है|

Reader Interactions

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

“दैनिक जाग्रति” से जुड़े

  • Facebook
  • Instagram
  • LinkedIn
  • Twitter
  • YouTube

करियर से संबंधित पोस्ट

आईआईआईटी: कोर्स, पात्रता, प्रवेश, रैंकिंग, कट ऑफ, प्लेसमेंट

एनआईटी: कोर्स, पात्रता, प्रवेश, रैंकिंग, कटऑफ, प्लेसमेंट

एनआईडी: कोर्स, पात्रता, प्रवेश, फीस, कट ऑफ, प्लेसमेंट

निफ्ट: योग्यता, प्रवेश प्रक्रिया, कोर्स, अवधि, फीस और करियर

निफ्ट प्रवेश: पात्रता, आवेदन, सिलेबस, कट-ऑफ और परिणाम

खेती-बाड़ी से संबंधित पोस्ट

June Mahine के कृषि कार्य: जानिए देखभाल और बेहतर पैदावार

मई माह के कृषि कार्य: नियमित देखभाल और बेहतर पैदावार

अप्रैल माह के कृषि कार्य: नियमित देखभाल और बेहतर पैदावार

मार्च माह के कृषि कार्य: नियमित देखभाल और बेहतर पैदावार

फरवरी माह के कृषि कार्य: नियमित देखभाल और बेहतर पैदावार

स्वास्थ्य से संबंधित पोस्ट

हकलाना: लक्षण, कारण, प्रकार, जोखिम, जटिलताएं, निदान और इलाज

एलर्जी अस्थमा: लक्षण, कारण, जोखिम, जटिलताएं, निदान और इलाज

स्टैसिस डर्मेटाइटिस: लक्षण, कारण, जोखिम, जटिलताएं, निदान, इलाज

न्यूमुलर डर्मेटाइटिस: लक्षण, कारण, जोखिम, डाइट, निदान और इलाज

पेरिओरल डर्मेटाइटिस: लक्षण, कारण, जोखिम, निदान और इलाज

सरकारी योजनाओं से संबंधित पोस्ट

स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार: प्रशिक्षण, लक्षित समूह, कार्यक्रम, विशेषताएं

राष्ट्रीय युवा सशक्तिकरण कार्यक्रम: लाभार्थी, योजना घटक, युवा वाहिनी

स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार: उद्देश्य, प्रशिक्षण, विशेषताएं, परियोजनाएं

प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना | प्रधानमंत्री सौभाग्य स्कीम

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना: पात्रता, आवेदन, लाभ, पेंशन, देय और ऋण

Copyright@Dainik Jagrati

  • About Us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Contact Us
  • Sitemap