मधुमक्खियों का मानव जाति से घनिष्ठ सम्बन्ध है| यह कीट मानव जाति के कल्याण में हमेशा तत्पर रहता है| यह कीट किसानों का सच्चा मित्र है, अन्य जीवों की तरह मधुमक्खियों को भी दुश्मनों से जुझना पड़ता है| इन दुश्मनों के बारे में जानकारी हासिल करना आवश्यक है| ताकि हम अपने मित्र कीट को संकट [Read More] …
Horticulture
मधुमक्खी पालन: लाभ, प्रजातियां, जीवन चक्र, देखभाल और प्रबंधन
मधुमक्खी ही केवल कीट प्रजाति का जीव है, जो मनुष्यों के लिए खाद्य पदार्थ (शहद) उत्पादित कर मानव सेवा में लगी हुई जो मित्र कीट के रूप में पहचानी जाती है| मधुमक्खी पालन से शहद के साथ-साथ फसलों में भी परागण की क्रिया तेज होने से 25 प्रतिशत से अधिक कृषि, उद्यानिकी व वानिकी फसलों [Read More] …
नींबू वर्गीय फलों की उन्नत बागवानी के लिए वार्षिक कृषि कार्य?
नींबू वर्गीय फलों की उन्नत बागवानी, भारत में उगाये जाने वाले फल वृक्षों में अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं, जो कि विभिन्न प्रकार की भूमि और जलवायु में उगाये जा सकते हैं| नींबू वर्गीय फलों के अन्तर्गत नारंगी, सन्तरा, कागजी नीबू, लैमन, ग्रेपफूट, चकोतरा आदि फल आते हैं| नींबू वर्गीय फलों का व्यवसायिक और अन्य गुणों की [Read More] …
नींबू वर्गीय फलों की खेती: किस्में, पोषक तत्व, देखभाल, पैदावार
भारतवर्ष में उगाये जाने वाले विभिन्न फलों में नींबू वर्गीय फलों का महत्वपूर्ण स्थान है| नींबू वर्गीय फलों में विटामिन-ए, बी, सी और खनिज तत्व प्रचूर मात्रा में पाये जाते हैं, विटामिन सी सभी जातियों में अधिकता से पाई जाती है| नींबू वर्गीय फलों में मौसमी, मालटा, सन्तरा और नींबू आदि प्रमुख है| उपयुक्त जलवायु [Read More] …
गुलदाउदी की खेती: किस्में, रोपण, पोषक तत्व, देखभाल, पैदावार
पुष्पीय पौधों में गुलदाउदी का विशिष्ठ स्थान है| गुलदाउदी की खेती की एक खास महत्वपूर्ण बात यह है, कि इसे कृत्रिम वातावरण में पॉलीहाउस के अन्दर बेमौसम उगाया जा सकता है| इसके फूल उस समय प्राप्त होते है, जब अन्य फूल बहुत कम मात्रा में मिलते हैं| गुलदाउदी शीत ऋतु का एक अत्यंत आकर्षक एवं [Read More] …
गुलदाउदी का प्रवर्धन कैसे करें | गुलदाउदी के पौधे कैसे तैयार करें
गुलदाउदी का प्रवर्धन के बारें में जानेगे, लेकिन उससे पहले आतंरिक तथा बाहरी सज्जा के लिए फूलों का अपना अलग ही महत्व है| अब चाहे फूल कैसा भी हो| गुलदाउदी के फूलों की बनावट, आकार-प्रकार और रंगों में इतनी अधिक विभिन्नता है, कि शायद ही किसी अन्य फूल में हो| इसमें सुगन्ध तो नहीं होती, [Read More] …