परवल की खेती कद्दू वर्गीय सब्जी की फसलो में आती है, इसकी खेती बहुवर्षीय की जाती है| परवल की खेती (Parwal farming) ज्यादातर पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल में की जाती है| परवल अत्यन्त ही सुपाच्य, पौष्टिक, स्वास्थ्यवर्धक एंव औषधीय गुणों से भरपूर एक लोकप्रिय सब्जी है| परवल शीतल, पित्तानाशक, हृदय एंव मूत्र सम्बन्धी [Read More] …
मेथी की खेती: किस्में, बुवाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
बीजीय मसाला फसलों में क्षेत्रफल और उत्पादन के दृष्टिकोण से मेथी (Fenugreek) का तीसरा स्थान आता है| भारत में राजस्थान व गुजरात मुख्य मेथी उत्पादक राज्य है| जिसमें राजस्थान अकेला देश का 80 फीसदी से ज्यादा मेथी उत्पादन करता है| वानस्पतिक रुप से यह फसल एकवर्षीय शाकीय पादप की श्रेणी में आती है, जो दोहरे [Read More] …
सूरजमुखी की खेती: किस्में, बुवाई, पोषक तत्व, देखभाल, पैदावार
सूरजमुखी की खेती (Farming of sunflower) खरीफ, रबी एवं जायद तीनो ही मौसमों में की जा सकती है| परन्तु खरीफ में सूरजमुखी पर अनेक रोग कीटों का प्रकोप होता है, फूल छोटे होते है, तथा उनमें दाना भी कम पड़ता है| जायद में सूरजमुखी की खेती से अच्छी उपज प्राप्त की जा सकती है| कहा [Read More] …
तोरई की खेती: किस्में, बुवाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
तोरई की खेती पुरे भारत में की जाती है| लेकिन तोरई की खेती (Ridge gourd farming) मुख्य उत्पादक राज्य केरल, उड़ीसा, कर्नाटक, बंगाल और उत्तर प्रदेश है| यह बेल पर लगने वाली सब्जी होती है| इसकी सब्जी की भारत में छोटे कस्बों से लेकर बड़े शहरों में बहुत मांग है| क्योंकि यह अनेक प्रोटीनों के [Read More] …
तरबूज की खेती: किस्में, बुवाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
गर्मी के दिनों में तरबूज एक अत्यन्त लोकप्रिय फल एवं सब्जी मानी जाती है| इसके फल पकने पर काफी मीठे एवं स्वादिष्ट होते हैं| तरबूज की खेती (Farming of watermelon) हिमालय के तराई क्षेत्रों से लेकर दक्षिण भारत के राज्यों तक विस्तृत रूप में की जाती है| इसके फलों के सेवन से “लू’ नहीं लगती [Read More] …
खरबूजे की खेती: किस्में, बुवाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
कद्दूवर्गीय फसलों में खरबूजा एक महत्वपूर्ण फसल है| खरबूजे की खेती (Melon farming) मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र, बिहार और मध्य प्रदेश के गर्म तथा शुष्क क्षेत्रों में की जाती है| हमारे देश के उत्तर-पश्चिम में खरबूजा की खेती व्यापक रूप से की जाती है| इसकी खेती नदियों के किनारे मुख्य [Read More] …
जई की खेती: किस्में, बुवाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
रबी मौसम में उगाई जाने वाली फसलों में जई का एक मुख्य स्थान है| हमारे देश में जई की खेती (Oats farming) अधिकतर सिंचित दशा में की जाती है, किंतु मध्य अक्टूबर तक भूमि पर्याप्त नमीं होने पर इसे असिंचित दशा में भी उगया जा सकता है| ऐसे सभी जलवायु क्षेत्रों में जहां गेहूं और [Read More] …
तोरिया / लाही की खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
तोरिया / लाही रबी की तिलहनी फसलों में सबसे कम समय में पकने वाली और सबसे पहले बोयी जाने वाली फसल है| यह फसल आमतौर पर उत्तर भारत के सभी क्षेत्रों में उगाई जाती है| तोरिया की खेती, खरीफ फसल की कटाई तथा रबी की फसल की बुवाई के बीच के समय में ली जाती [Read More] …
रिजका की खेती: किस्में, बुवाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
रिजका रबी में उगाई जाने वाली एक बहुवर्षीय फलीदार चारे की सिंचित फसल है| जो कि एक बार बोने पर लगभग तीन से चार वर्ष तक उपज देती है| इसकी जड़े भूमि में अधिक गहराई तक जाती है| इसमें सूखे के साथ ठण्ड एवं गर्मी सहने की क्षमता भी अधिक होती है| इसकी जड़ो में [Read More] …
बरसीम की खेती: किस्में, बुवाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
पशुओं के लिए बरसीम बहुत ही लोकप्रिय चारा है, क्यूंकि यह अत्यन्त पौष्टिक एवं स्वादिष्ट होता है| इसके अतिरिक्त यह लवणीय एवं क्षारीय भूमि को सुधारने के साथ-साथ भूमि की उर्वरा शक्ति में भी वृद्धि करती है| यह वर्ष के पूरे शीतकालीन समय में और गर्मी के आरम्भ तक हरा चारा उपलब्ध करवाती है| पशुपालन [Read More] …