लेमन व लाइम नींबू वर्गीय फलों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है| भारतवर्ष में लेमन व लाइम की बागवानी लगभग हर क्षेत्र में की जा रही है| नींबू के उत्पादन में आन्ध्रप्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, कर्नाटक, असम, राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा व पंजाब का मुख्य योगदान है| वर्ष भर फलों की उपलब्धता, प्रसंस्करण उद्योग में उपयोगिता विटामिन व [Read More] …
संतरे की खेती: किस्में, रोपाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
संतरे की खेती एक नींबूवर्गीय फल है, जो भारत में उगाई जाती है| नींबूवर्गीय फलों में से 50 प्रतिशत संतरे की खेती की जाती है| भारत में संतरा और माल्टा की खेती व्यवसाय के लिए उगाई जाती है| देश के केंद्रीय और पश्चिमी भागों में संतरे की खेती का विस्तार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा [Read More] …
अनार की खेती: किस्में, रोपाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
अनार उष्णकटिबंधीय एवं उप-उष्ण कटिबंधीय प्रदेशों की एक महत्वपूर्ण व्यावसायिक फल वाली फसल है| इसका उत्पति स्थान ईरान है| अनार पौष्टिक गुणों से परिपूर्ण, स्वादिष्ट, रसीला एवं मीठा फल है| जिसे देश के शुष्क वातावरण वाले क्षेत्रों में सफलता पूर्वक उगाया जा सकता है| हमारे देश में इसकी खेती मुख्य रुप से महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, [Read More] …
आंवला की खेती: किस्में, रोपाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
आंवला एक महत्वपूर्ण व्यापारिक महत्व का फल वृक्ष है| औषधीय गुण व पोषक तत्वों से भरपूर आंवले के फल प्रकृति की एक अभूतपूर्व देन है| इसका वानस्पतिक नाम एम्बलिका ओफीसीनेलिस है| आंवला के फलो में विटामिन ‘सी’ (500 से 700 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम) तथा कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेश्यिम व शर्करा प्रचुर मात्रा में पायी जाती [Read More] …
पपीते की खेती: किस्में, रोपाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
पपीता पोषक तत्वों से भरपूर अत्यंत स्वास्थ्यवर्धक जल्दी तैयार होने वाला फल है| पपीते का पके तथा कच्चे रूप में प्रयोग किया जाता है| इसका आर्थिक महत्व ताजे फलों के अतिरिक्त पपेन के कारण भी है| जिसका प्रयोग बहुत से औद्योगिक कामों में होता है| इसलिए पपीते की खेती की लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा [Read More] …
केले की खेती: किस्में, रोपाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
केले की खेती दुनिया भर की एक महत्वपूर्ण फसल है| भारत में केले की बागवानी लगभग 4.9 लाख हेक्टेयर में की जाती है| जिससे 180 लाख टन उत्पादन प्राप्त होता है| भारत में महाराष्ट्र राज्य सबसे अधिक केले का उत्पादन करता है| इसके स्वाद, पोषक तत्व और चिकित्सक गुणों के कारण यह लगभग पूरे वर्ष [Read More] …
अमरूद की खेती: किस्में, रोपाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
अमरूद बहुतायत में पाया जाने वाला एक आम फल है और यह माइरेटेसी कुल का सदस्य है| अमरुद की बागवानी भारतवर्ष के सभी राज्यों में की जाती है| उत्पादकता, सहनशीलता तथा जलवायु के प्रति सहिष्णुता के साथ-साथ विटामिन ‘सी’ की मात्रा की दृष्टि से अन्य फलों की अपेक्षा यह अधिक महत्वपूर्ण है| अधिक पोषक महत्व [Read More] …
पौधों का प्रवर्धन | पौधे तैयार करने की विधियाँ | प्रवर्धन क्या है?
फलदार या अन्य पौधों का प्रवर्धन दो प्रकार से होता है| लेकिन इस दो प्रकार में भी अनेक विधियां शामिल है| जिनका उपयोग कर के पौधों को एक किस्म का रूप दिया जाता है| इस लेख में किसान और बागवान भाइयों की सुविधा के लिए हम उन सब विधियों की जानकारी देंगे जो प्रमुख है| [Read More] …
आम की किस्में | आम की अच्छी किस्में कौन सी है? | आम की बागवानी
भारत में आम की अनेकों किस्में हैं, लेकिन व्यावसायिक स्तर पर अधिक क्षेत्रफल में उगायी जाने वाली किस्मों की संख्या कम है| विभिन्न किस्मों की कृषि पारिस्थितिकी में आवश्कताएं भी भिन्न-भिन्न हैं| उत्तर भारत की लोकप्रिय व्यावसायिक आम की किस्में दशहरी, लंगड़ा, चौसा तथा मल्लिका के पौधों को पश्चिमी समुद्र द्वीप वाले भागों में लगाने [Read More] …
आम की खेती: किस्में, रोपाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
हमारे देश में उत्पादित किये जाने वाले फलों में आम का अग्रणी स्थान है| अद्वितीय स्वाद, मनमोहक खुशबू, आकर्षक रंग तथा आकार, क्षेत्र एवं जलवायु के अनुकूल उत्पादन क्षमता, पोषक तत्वों की प्रचुरता, व्यावसायिक किस्मों की उपलब्धता और जनसाधारण में लोकप्रियता के कारण इसे फलों के राजा की संज्ञा दी गयी है| कभी राजाओं और [Read More] …