धान की खेती (Paddy farming) के लिए अपने क्षेत्र विशेष की परिचलित और वहां की परिस्थितियों एवं भूमि के अनुसार उन्नत किस्मों का ही प्रयोग करना चाहिए| जिससे कि अधिक से अधिक पैदावार ली जा सके| इसके लिए इस लेख में धान की उन्नत किस्मों का समय तथा क्षेत्रवार के अनुसार कुछ प्रमुख का उल्लेख [Read More] …
भिंडी के कीट और रोग का समन्वित प्रबंधन कैसे करें; जाने उपाय
भिंडी हमारे बाजारों में वर्ष भर मिलने वाली सब्जी है| जो उपोष्ण तथा आर्द्र उपोष्ण क्षेत्रों में उगाई जाती है| अपने उच्च पोषण मान के कारण भिंडी का सेवन सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए लाभकारी है| भिंडी के हरे कोमल फलों से सब्जी और सूप बनाया जाता है| भिंडी का जड़ तथा तना [Read More] …
परजीवी और परभक्षी द्वारा कृषि में कीट प्रबंधन कैसे करें?
परजीवी एवं परभक्षी (जैविक एजेंट) सामन्यतय: किसान बन्धु जैसे ही फसल में कोई भी कीट देखता है, वो तुरंत उसे ख़त्म करने के लिए विभिन्न प्रकार के कीटनाशकों का छिड़काव करना शुरू कर देते है| बिना ये जाने कि फसल में जो कीट हैं, वो शुत्रु कीट हैं या मित्र कीट (परजीवी एवं परभक्षी) इस [Read More] …
एजाडिरेक्टिन क्या है? | नीम आयल का कृषि में उपयोग कैसे करें?
एजाडिरेक्टिन नीम पर आधारित वानस्पतिक कीटनाशक है| एजाडिरेक्टिन 0.03 प्रतिशत, 0.15 प्रतिशत, 0.3 प्रतिशत एवं 1 प्रतिशत ई सी के फार्मुलेशन में उपलब्ध है| एजाडिरेक्टिन विभिन्न प्रकार की फसलों, सब्जियो एवं फलों में पत्ती खाने वाले, पत्ती लपेटने वाले, चूसने वाले, फली बेधक आदि कीटों के नियंत्रण के लिए प्रभावी है| इसका प्रयोग कीटों में [Read More] …
न्यूक्लियर पॉली हाइड्रोसिस वायरस और बीटी का कृषि में उपयोग
न्यूक्लियर पॉली हाइड्रोसिस वायरस (एनपीवी)- यह वाइरस पर आधारित जैविक कीटनाशक है, जो चना और तम्बाकू की सूड़ी के नियंत्रण के लिए प्रयोग में लाया जाता है| चने की सूड़ी से बना हुआ जैविक कीटनाशक न्यूक्लियर पॉली हाइड्रोसिस वायरस एन पी वी (एच) 0.43 प्रतिशत ए एस तथा 2 प्रतिशत ए एस में उपलब्ध है| [Read More] …
स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस क्या है? | स्यूडोमोनास का उपयोग कैसे करें?
स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस बैक्टीरिया पर आधारित जैविक फफूदीनाशक या जीवाणुनाशक है| स्यूडोमोनास फ्लोरिसेन्स 0.5 प्रतिशत डब्लू पी, 1 प्रतिशत डब्लू पी, 1.5 प्रतिशत डब्लू पी और 1.75 प्रतिशत डब्लू पी के फार्मुलेशन में उपलब्ध है| जो विभिन्न प्रकार की फसलों, फलों, सब्जियों तथा गन्ना में जड़ सड़न, तना सड़न, डैम्पिंग आफ, उकठा, लाल सड़न, जीवाणु झुलसा, [Read More] …
वर्टिसिलियम लेकानी क्या है? | वर्टिसिलियम का उपयोग कैसे करें?
वर्टिसिलियम लेकानी (जिसे पहले सेफैलोस्पोरम लेकेनाई के नाम से जाना जाता था) फफूंद पर आधारित जैविक कीटनाशक है| वर्टिसिलियम लेकानी 1 प्रतिशत डब्लू पी, एवं 1.15 प्रतिशत डब्लू पी के फार्मुलेशन में उपलब्ध है| इसका पहली बार 1861 में वर्णन किया गया था| अब इसका फिर से नाम बदल गया है, इसका नया नाम लेक्नीसीलियम [Read More] …
मेटाराइजियम एनिसोप्ली का कृषि में उपयोग कैसे करें; जाने विधि
मेटाराइजियम एनीसोप्ली फफूंद पर आधारित जैविक कीटनाशक है| मेटाराइजियम एनिसोप्ली 1 प्रतिशत डब्लू पी और 1.15 प्रतिशत डब्लू पी के फार्मुलेशन में उपलब्ध है| मेटाराइजियम एनिसोप्ली, को पहले एंटोमोफ्थोरा एनीसोप्ली कहा जाता था| यह मिट्टी में स्वतंत्र रूप से पाया जाता है एवं यह सामान्यतयः कीटों में परजीवी के रूप में पाया जाता है| इसके [Read More] …
ब्यूवेरिया बेसियाना क्या है? | ब्यूवेरिया बेसियाना का कृषि में महत्व
ब्यूवेरिया बेसियाना एक आधारित जैविक कीटनाशक और सफेद रंग की फफूंद है| ब्युवेरिया बेसियाना 1 प्रतिशत डब्लू पी एवं 1.15 प्रतिशत डब्लू पी के फार्मुलेशन में उपलब्ध है| जो विश्व में सभी जगहों की मिट्टी में स्वाभाविक रूप से पायी जाती है| यह विभिन्न प्रकार के कीटों को एक परजीवी के रूप संक्रमित करता है, [Read More] …
जैविक कीटनाशक क्या है? | जैविक कीटनाशक कैसे तैयार करते हैं?
घरेलू तौर पर जैविक कीटनाशक तैयार करने के लिए यहाँ उदाहरण के तौर पर लेख में ट्राइकोडर्मा फफूंद को बहुगुणित करने की सरल विधि का वर्णन किया गया है| इसी विधि से हम अन्य फफूंदों पर आधारित जैविक कीटनाशक जैसे- वर्टीसीलियम लेकेनाई, ब्यूवेरिया बेसियाना, मेटाराइजियम आदि को भी तैयार कर सकते हैं| इस तकनीक का [Read More] …