जिस प्रकार आम के बागो को अनेक प्रकार के कीट एवं रोग हानी पहुंचाते है| उसी प्रकार अनेक प्रकार के विकार भी आम के बागों को प्रभावित करते है| आम के विकार इस प्रकार है, जैसे- गम्मा विकार, अनियमित फलन, फलों का गिरना, ब्लेक टिप या कोयलिया विकार, झुमका विकार, आंतरिक विगलन विकार, पाले का [Read More] …
आम की नर्सरी तैयार कैसे करें | आम के पौधे कैसे तैयार करें?
व्यावसायिक उत्पादन के लिए आम की उन्नत किस्मों की माँग निरन्तर बढ़ती जा रही है| इस कारण नर्सरी का महत्व भी बढ़ता जा रहा है| दूसरी ओर आम की पौधशालाओं के जरिए अधिक लाभ भी कमाया जा सकता है| अच्छी वैज्ञानिक विधियों से सम्भाली गयी नर्सरियों में एक निश्चित इकाई में ज्यादा संख्या में पौधे [Read More] …
आम के कीट का नियंत्रण कैसे करें | आम का कीटों से बचाव कैसे करें?
आम के पौधों पर नर्सरी से लेकर फल लगने तक विभिन्न हानिकारक कीटों की रोकथाम होना बहुत जरूरी है| आम के पौधों को नुकसान पहुंचाने वाले कीट की 500 के लगभग प्रजातियों में से 45 प्रतिशत के लगभग भारत में पायी जाती हैं| इनमें से लगभग एक दर्जन कीट की प्रजातियाँ आम की फसल को [Read More] …
आम के रोग की रोकथाम कैसे करें | आम में रोग नियंत्रण कैसे करें?
आम के बागों में अनेक रोग लगते हैं| ये रोग नर्सरी से लेकर भंडारण तक हर स्तर पर नुकसान पहुंचाते हैं तथा पौधों के लगभग हर भाग को प्रभावित करते हैं, जैसे- तना, टहनी, पत्तियाँ, जड़, बौर और फल आदि| ये आम के रोग फलों में सड़न, पौधों में सूखा रोग, मिल्ड्यू, धब्बे, स्कैब, गोंद [Read More] …
आम के बागों का जीर्णोद्धार कैसे करें; जानिए उपयोगी जानकारी
आम के उत्पादन में हमारा देश अग्रणी राष्ट्र है, परन्तु विश्व व्यापार संगठन के दौर में देश एवं विदेश के बाजारों में अपनी स्थिति सुदृढ़ करने तथा लाभप्रद व्यवसाय के लिए गुणवत्तायुक्त प्रति इकाई उत्पादन में वृद्धि लाना एक चुनौती है| ऐसे में 30 से 35 प्रतिशत पुराने एवं अनुत्पादक बागों की बाहुल्यता एक गंभीर [Read More] …
जरबेरा की खेती: किस्में, बुवाई, खाद, सिंचाई, देखभाल और पैदावार
जरबेरा बहुवर्षीय कर्तित पुष्प वर्ग का पौधा है| इसकी उत्पत्ति स्थल अफ्रीका को माना जाता है| जरबेरा पुष्प की खेती अलंकृत बागवानी में सजावट एवं गुलदस्ता बनाने के लिए की जाती है| छोटी किस्म की प्रजातियों को गमलों में सुन्दरता के लिए भी उगाया जाता है| इसके कर्तित पुष्प लगभग एक सप्ताह तक तरोताज़ा बने [Read More] …
ग्लेडियोलस की किस्में | ग्लेडियोलस की अच्छी किस्में कौन सी है?
ग्लेडियोलस की अनेक किस्में हमारे देश में कट-फ्लावर के लिए उगायी जाती हैं| किस्मों का चुनाव उनकी बाजार में मांग एवं वातावरण की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर करना चाहिए| मैदानी क्षेत्र के उत्तरी भाग में ग्लेडियोलस की खेती अधिक क्षेत्रफल पर कि जाती है| ग्लेडियोलस के किस्मों को मुख्यतौर पर तीन वर्गों में विभाजित [Read More] …
गुलाब की खेती में जलवायु का महत्व; जानिए भरपूर उत्पादन हेतु
गुलाब की खेती गुणवत्तायुक्त पुष्पोत्पादन हेतु खुला स्थान जहाँ पर दिन भर धूप रहती हो उचित पाया गया है| मिट्टी में बरसात के दिनों में पानी का जमाव नहीं होना चाहिए| वह स्थान जहाँ पर बहुत तेज आंधी तूफान हमेशा आती हो वहाँ पर पॉलीहाउस में इसकी खेती सम्भव नहीं है| स्थान का चुनाव करते [Read More] …
हल्दी की जैविक खेती: किस्में, बुवाई, खाद, सिंचाई, देखभाल और उपज
हल्दी की जैविक खेती इसके भूमिगत कन्दों, घनकंदों व प्रकंदों के लिए की जाती है| वाणिज्यिक भाषा में इन्हीं कन्दों को हल्दी कहते हैं| हल्दी का मुख्य उपयोग मसाले के रूप में किया जाता है| परन्तु यह रंग व औषधि के रूप में भी प्रयोग में ली जाती है| मसाले के रूप में हल्दी खाद्य [Read More] …
हल्दी की उन्नत किस्में | हल्दी की सबसे अच्छी किस्में कौन सी है?
हल्दी की गाँठों के रंग और आकार के अनुसार अनेक किस्में पाई जाती हैं| मालावार की हल्दी औषधीय महत्त्व की होती है| जिसका उपयोग जुकाम के उपचार के लिए किया जाता है| पूना एवं बंगलौर की हल्दी रंग के लिए अच्छी होती है| लौरवण्डी हल्दी से रंग निकाला जाता है| जंगली हल्दी सुगन्धित गाँठों के [Read More] …