• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar

Dainik Jagrati

Hindi Me Jankari Khoje

  • Agriculture
    • Vegetable Farming
    • Organic Farming
    • Horticulture
    • Animal Husbandry
  • Career
  • Health
  • Biography
    • Quotes
    • Essay
  • Govt Schemes
  • Earn Money
  • Guest Post

नीलम संजीव रेड्डी के अनमोल विचार | Neelam Sanjiva Reddy Quotes

March 26, 2024 by Bhupender Choudhary Leave a Comment

‘नीलम संजीव रेड्डी’ का जन्म 19 मई, 1913 को आंध्र प्रदेश के वर्तमान अनंतपुर जिले में मद्रास प्रेसीडेंसी के इलूर गांव में हुआ था| नीलम संजीव रेड्डी की प्राथमिक शिक्षा मद्रास में हुई| उनका विवाह नीलम नागरत्नम्मा से हुआ था| जुलाई 1929 में महात्मा गांधी की अनंतपुर यात्रा के बाद वह स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हो गए| भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान, उन्हें कैद कर लिया गया और 1940 से 1945 के बीच वह ज्यादातर जेल में रहे| नीलम संजीव रेड्डी भारतीय संविधान सभा के सदस्य भी थे जिसने भारत का संविधान तैयार किया था|

नीलम संजीव रेड्डी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने| वह 1960 से 1962 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बेंगलुरु, भावनगर और पटना सत्र में लगातार तीन बार अध्यक्ष चुने गए| वह दो बार राज्यसभा के लिए चुने गए| जून 1964 से नीलम संजीव रेड्डी, लाल बहादुर शास्त्री सरकार में केंद्रीय मंत्री थे| उन्होंने इंदिरा गांधी के मंत्रिमंडल में केंद्रीय मंत्री के रूप में भी कार्य किया| नीलम संजीव रेड्डी चौथी लोकसभा के अध्यक्ष चुने गए|

जुलाई, 1977 में वह भारत के छठे राष्ट्रपति बने| वह बिना किसी प्रतियोगिता के भारत के राष्ट्रपति चुने जाने वाले पहले व्यक्ति बने| वह 25 जुलाई 1977 से 25 जुलाई 1982 तक इस पद पर रहे| रेड्डी का 1 जून, 1996 को 83 वर्ष की आयु में बैंगलोर, कर्नाटक में निधन हो गया| वह भारत के अब तक के सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति थे| उन्हें एक अनुभवी राजनेता और प्रशासक के रूप में हमेशा याद किया जाएगा| इस लेख में नीलम संजीव रेड्डी के नारों, उद्धरणों और शिक्षाओं का संग्रह है|

यह भी पढ़ें- नीलम संजीव रेड्डी का जीवन परिचय

नीलम संजीव रेड्डी के उद्धरण

1. “मैंने उन्हें (मोरारजी देसाई) स्वतंत्रता आंदोलन और उसके बाद के हमारे लंबे जुड़ाव को याद किया और बताया कि कैसे मैंने हमेशा उनके साथ एक बड़े भाई की तरह व्यवहार किया| हालाँकि, मैंने बताया कि राष्ट्रीय हित में हमारे कर्तव्यों के निर्वहन में व्यक्तिगत संबंधों और सार्वजनिक जिम्मेदारियों के बीच अंतर बनाए रखना होगा| मैंने हमारे लोगों की बढ़ती निराशा और मोहभंग का उल्लेख किया|”

2. “जून 1977 या उसके आसपास, जब मैं लोकसभा का अध्यक्ष था, मैं एक सप्ताहांत के दौरान बंबई जाना चाहता था ताकि जयप्रकाश नारायण से मिल सकूं जो चिकित्सा उपचार के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका से वापस आये थे| मैंने सोचा कि मैं इस मामले का जिक्र प्रधान मंत्री मोरारजी देसाई से करूंगा| उनकी प्रतिक्रिया जयप्रकाश नारायण के प्रति अरुचिकर थी क्योंकि यह उनके योग्य नहीं थी|

उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मेरे लिए जेपी को लियोनाइज करना वाकई जरूरी है| यह सर्वमान्य तथ्य है कि विपक्षी दलों को एक बैनर के नीचे लाने में जेपी की प्रमुख भूमिका को व्यापक रूप से स्वीकार किया गया था| यह भी सर्वविदित था कि देसाई के प्रधानमंत्री बनने में जेपी की अहम भूमिका थी|”

यह भी पढ़ें- मोहम्मद हिदायतुल्लाह के विचार

3. “जटिल विविधताओं के बावजूद, हमारे लोगों में उल्लेखनीय गतिशीलता और साहस की भावना बरकरार है| हमारा लचीलापन धैर्य और दृढ़ता, सहनशीलता और करुणा की हमारी सुस्थापित परंपराओं से आता है और यह इस शाश्वत और अमर भारत के लिए है कि हम आज खुद को फिर से समर्पित करते हैं|”       -नीलम संजीव रेड्डी

4. “अध्यक्ष को देखा जाता है, लेकिन सुना नहीं जाता और राष्ट्रपति को न तो देखा जाता है और न ही सुना जाता है| वह बिल्कुल ऐसा राष्ट्रपति होंगे जो न तो देखा जाता है और न ही सुना जाता है, लेकिन जो निर्णय लेता है, मैं चुपचाप कुछ करना चाहूंगा|”

5. “भारत का राष्ट्रपति संवैधानिक प्रमुख है, जिसकी अपनी कोई नीति और कार्यक्रम नहीं है| यह उस समय की सरकार है जो संविधान की रक्षा और बचाव के लिए संविधान के ढांचे के भीतर अपनाई जाने वाली नीति और कार्यक्रम का चयन करती है|”

6. “जब तक चुनाव सर्वसम्मति से न हो, वह हार नहीं मानेंगे|”       -नीलम संजीव रेड्डी

यह भी पढ़ें- वीवी गिरी के अनमोल विचार

अगर आपको यह लेख पसंद आया है, तो कृपया वीडियो ट्यूटोरियल के लिए हमारे YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे साथ Twitter और Facebook के द्वारा भी जुड़ सकते हैं। प्रिय पाठक अपने सुझाव निचे Comment बॉक्स में लिख सकते है।

Reader Interactions

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

  • Facebook
  • Instagram
  • LinkedIn
  • Twitter
  • YouTube

Categories

  • About Us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Contact Us
  • Sitemap

Copyright@Dainik Jagrati