• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
Dainik Jagrati

Dainik Jagrati

Hindi Me Jankari Khoje

  • Agriculture
    • Vegetable Farming
    • Organic Farming
    • Horticulture
    • Animal Husbandry
  • Career
  • Health
  • Biography
    • Quotes
    • Essay
  • Govt Schemes
  • Earn Money
  • Guest Post
Home » नैनो प्रौद्योगिकी का कृषि में महत्व: जाने उपयोग की जानकारी

नैनो प्रौद्योगिकी का कृषि में महत्व: जाने उपयोग की जानकारी

December 9, 2018 by Bhupender Choudhary Leave a Comment

नैनो प्रौद्योगिकी का कृषि में महत्व

नैनो प्रौद्योगिकी विज्ञान और प्रौद्योगिकी की एक नई दिशा है, जिसकी आधुनिक कृषि के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है| इसके माध्यम से उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाया जा सकता है, परन्तु कृषि में इसका उपयोग अभी सीमित ही है| किसानों के लिए यदि यह प्रौद्योगिकी लाभप्रद हो सके तो यह कृषि की दशा और दिशा बदलने में महत्वपूर्ण कदम होगा| नैनो प्रौद्योगिकी द्वारा यदि रासायसिक खादों को तैयार किया जाये, तो खाद की गुणवत्ता और उपयोगिता दोनों बढ़ जायेंगी, जिसके फलस्वरुप खेती के लिए कम मात्रा में खाद की आवश्यकता होगी|

भविष्य में खाद्य प्रणाली, खाद्य और फल संरक्षण एवं वातारण को प्रदूषण से मुक्त कराने में इस प्रौद्योगिकी का उपयोग करना हमारी अनिवार्यता हो जायेगी| भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा कृषि में नैनो विज्ञान और प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए शोध कार्यों की शुरुआत की जा चुकी है| देश के विभिन्न शोध संस्थानों तथा राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग समन्वय स्थापित कर काम कर रहा है|

नैनो प्रौद्योगिकी एक ग्रीक शब्द है, जिसका अर्थ बामन प्रौद्योगिकी है| एक नैनो मीटर एक मीटर का एक बिलियनवां भाग होता है| यह एक बहुद्देशीय और बहुविभागीय विषय है, जिसमें वैज्ञानिक, चिकित्सक और अभियन्ता एक साथ मिलकर कार्य कर सकते हैं| नैनो कण वह होते हैं, जिनका आकार एक तरफ कम से कम 100 नैनो मीटर से कम होता है| नैनो कण तीन आकार के होते हैं| एक नैनों कण के गुण आकार के अनुसार परिवर्तित होते रहते हैं, जो रासायनिक, यान्त्रिक, विद्युत एवं चुम्बकीय प्रभावों से प्रभावित होते हैं|

यह भी पढ़ें- प्रतिबंधित रसायनों का उपयोग न करें, जानिए उपयोगी जानकारी

नैनो प्रौद्योगिकी का उपयोग

1. पौधों में संतुलित पोषक तत्वों की आपूर्ति का कार्य करता है|

2. खरपतवारों के नियंत्रण में प्रभावी भूमिका निभाता है|

3. बीजों के अंकुरण में उपयोगी कार्य करता है|

4. मिट्टी स्वास्थ्य सुधार में उपयोगी है|

5. रासायनिक और कार्बनिक उर्वरकों की उपयोग क्षमता को बढ़ाता है|

6. पानी का विषैलापन दूर करने और पुनः उपयोग में लाने हेतु इसका उपयोग किया जा सकता है|

7. खाद्य प्रसंस्करण में महत्वपूर्ण योगदान है|

8. जल प्रबंधन में उपयोगी भूमिका अदा करता है|

9. नैनो सेंसर द्वारा परिशुद्धता खेती में मिट्टी, उर्वरक एवं पानी के संतुलित उपयोग में सहायक हो सकता है|

यह भी पढ़ें- मृदा स्वास्थ्य कार्ड अपनाएं, जानिए महत्व, आवश्यकता, लाभ

रासायनिक खादो और उर्वरकों के उपयोग से फसलों का उत्पादन 30 से 40 प्रतिशत तक बढ़ जाता है, क्योंकि इसके माध्यम से संतुलित पोषक तत्वों को उपलब्ध कराया जाता है| पिछले अनेक दशकों से संतुलित खाद और उर्वरकों का उपयोग किसानों द्वारा नहीं किया जा रहा जिस कारण पौधों की उपज, उत्पादकता और मिट्टी स्वास्थ्य प्रभावित हो रहे हैं| इसके सुधार में यह प्रौद्योगिकी एक महत्वपूर्ण विकल्प है|

हमारे देश में यह प्रोद्योगिकी का उपयोग उर्वरकों में सूक्ष्म पोषक तत्वों को मुख्य पोषक तत्वों के साथ मिला कर मिश्रण तैयार किया जा रहा है, जिसका मुख्य आधार यूरिया है| फॉस्फोरस की उपयोगिता बढ़ाने के लिए जियोलाइट मिलाया जा रहा है| कार्बन नैनो ट्यूब का उपयोग बीजों के अंकुरण में किया जा रहा है| नैनो सेंसर द्वारा मिट्टी की जाँच से पोषक तत्वों की कमी या अधिकता को ज्ञात किया जा सकता है| भविष्य में इस प्रौद्योगिकी का बहुतायत में उपयोग खाद्यान्न प्रबंधन एवं उर्वरक उपयोग में किया जायेगा|

यह भी पढ़ें- गोमूत्र का कृषि में महत्व, जानिए, कीटनाशक लाभ, उपयोग एवं विधि

प्रिय पाठ्कों से अनुरोध है, की यदि वे उपरोक्त जानकारी से संतुष्ट है, तो लेख को अपने Social Media पर Like व Share जरुर करें और अन्य अच्छी जानकारियों के लिए आप हमारे साथ Social Media द्वारा Facebook Page को Like, Twitter को Follow और YouTube Channel को Subscribe कर के जुड़ सकते है|

Reader Interactions

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

“दैनिक जाग्रति” से जुड़े

  • Facebook
  • Instagram
  • LinkedIn
  • Twitter
  • YouTube

करियर से संबंधित पोस्ट

आईआईआईटी: कोर्स, पात्रता, प्रवेश, रैंकिंग, कट ऑफ, प्लेसमेंट

एनआईटी: कोर्स, पात्रता, प्रवेश, रैंकिंग, कटऑफ, प्लेसमेंट

एनआईडी: कोर्स, पात्रता, प्रवेश, फीस, कट ऑफ, प्लेसमेंट

निफ्ट: योग्यता, प्रवेश प्रक्रिया, कोर्स, अवधि, फीस और करियर

निफ्ट प्रवेश: पात्रता, आवेदन, सिलेबस, कट-ऑफ और परिणाम

खेती-बाड़ी से संबंधित पोस्ट

June Mahine के कृषि कार्य: जानिए देखभाल और बेहतर पैदावार

मई माह के कृषि कार्य: नियमित देखभाल और बेहतर पैदावार

अप्रैल माह के कृषि कार्य: नियमित देखभाल और बेहतर पैदावार

मार्च माह के कृषि कार्य: नियमित देखभाल और बेहतर पैदावार

फरवरी माह के कृषि कार्य: नियमित देखभाल और बेहतर पैदावार

स्वास्थ्य से संबंधित पोस्ट

हकलाना: लक्षण, कारण, प्रकार, जोखिम, जटिलताएं, निदान और इलाज

एलर्जी अस्थमा: लक्षण, कारण, जोखिम, जटिलताएं, निदान और इलाज

स्टैसिस डर्मेटाइटिस: लक्षण, कारण, जोखिम, जटिलताएं, निदान, इलाज

न्यूमुलर डर्मेटाइटिस: लक्षण, कारण, जोखिम, डाइट, निदान और इलाज

पेरिओरल डर्मेटाइटिस: लक्षण, कारण, जोखिम, निदान और इलाज

सरकारी योजनाओं से संबंधित पोस्ट

स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार: प्रशिक्षण, लक्षित समूह, कार्यक्रम, विशेषताएं

राष्ट्रीय युवा सशक्तिकरण कार्यक्रम: लाभार्थी, योजना घटक, युवा वाहिनी

स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार: उद्देश्य, प्रशिक्षण, विशेषताएं, परियोजनाएं

प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना | प्रधानमंत्री सौभाग्य स्कीम

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना: पात्रता, आवेदन, लाभ, पेंशन, देय और ऋण

Copyright@Dainik Jagrati

  • About Us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Contact Us
  • Sitemap