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Home » दिलीप कुमार के अनमोल विचार | Quotes of Dilip Kumar

दिलीप कुमार के अनमोल विचार | Quotes of Dilip Kumar

November 13, 2023 by Bhupender Choudhary Leave a Comment

दिलीप कुमार के अनमोल विचार

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मोहम्मद युसूफ खान, जिन्हें उनके मंचीय नाम दिलीप कुमार के नाम से जाना जाता है| दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर, 1922 को पेशावर (पाकिस्तान) के क़िस्सा ख्वानी बाज़ार में हुआ था| दिलीप कुमार पुणे चले गए और सूखे मेवों की आपूर्ति का अपना पारिवारिक व्यवसाय शुरू किया| उन पर उस दौर की मशहूर अभिनेत्री देविका रानी की नजर पड़ी, जो मशहूर निर्देशक और बॉम्बे टॉकीज के संस्थापक हिमांशु राय की पत्नी भी थीं| दिलीप कुमार को पहली सफलता हिमांशु राय द्वारा निर्देशित फिल्म “ज्वार भाटा” से मिली लेकिन फिल्म पर किसी का ध्यान नहीं गया|

उन्हें अपनी पहली बड़ी हिट फिल्म “जुगनू” से प्रसिद्धि मिली| अगली फिल्म “अंदाज़” में दिलीप कुमार ने राज कपूर के साथ अभिनय किया और फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बड़ी सफल रही और वह स्टार बन गए| दिलीप कुमार को “दीदार”, “अमर”, “देवदास” और “मधुमती” जैसी लोकप्रिय फिल्मों में दुखद भूमिकाएँ निभाने के लिए जाना जाता है| तब से उन्हें बॉलीवुड में “ट्रेजेडी किंग” के नाम से जाना जाता है| उनकी ऐतिहासिक फिल्म “मुगल-ए-आजम” हिंदी सिनेमा के इतिहास में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी| दिलीप कुमार ने फिल्म निर्माण में भी प्रवेश किया और उनकी पहली निर्मित फिल्म “गंगा जमुना” थी जिसमें उन्होंने अपने वास्तविक जीवन के भाई नासिर खान के साथ सह-अभिनय किया|

फिल्म “गंगा जमुना” की सफलता के बावजूद उन्होंने कोई अन्य फिल्म का निर्माण नहीं किया| “राम और श्याम”, क्रांति”, विधाता”, “शक्ति”, “कर्मा” और “सौदागर” जैसी कई सफल फिल्में देने के बाद दिलीप कुमार ने 2002 में फिल्म उद्योग से संन्यास ले लिया| आपको बता दें कि दिलीप कुमार के नाम सबसे ज्यादा फिल्मफेयर अवॉर्ड जीतने का रिकॉर्ड है और वह इस अवॉर्ड को पाने वाले पहले लोगों में से एक भी थे| इस लेख में दिलीप कुमार के कुछ विचार और नारों का उल्लेख किया गया है|

यह भी पढ़ें- दिलीप कुमार का जीवन परिचय

दिलीप कुमार के उद्धरण

1. “यदि आप प्रसिद्धि को अपने ऊपर हावी होने देते हैं, तो आप उपद्रवी, सार्वजनिक उपद्रवी, मित्र के रूप में उपद्रवी, परिवार के सदस्य के रूप में उपद्रवी, स्वयं के लिए उपद्रव बन जाते हैं|”

2. “भारत मेरे लिए सब कुछ है, यह मेरी मातृभूमि है, भारत मेरा देश है| यहीं पर मुझे पिछले पांच दशकों में अपने लाखों-करोड़ों प्रशंसकों से एक फिल्म स्टार के रूप में प्यार और स्नेह मिला है|”

3. “भले ही खुद को अलग-अलग किरदारों में ढालने का मौका मिले – ऐसे किरदार जिनके अलग-अलग व्यक्तित्व हैं जो आपसे बिल्कुल अलग हो सकते हैं, आपको दूसरे व्यक्तित्व में जाने में सक्षम होने के लिए अपने स्वयं के व्यक्तित्व को पूरी तरह से तलाक देना होगा|”

4. “मैं असली दिलीप कुमार को जानता हूं और उनके साथ रहता हूं| वह एक साधारण, मेहनती व्यक्ति हैं, जो समय के साथ टिके हुए हैं|”

5. “मेरा फिल्म अभिनेता बनना किसी चुने हुए कोर्स से ज्यादा एक कहानी का मोड़ था| क्योंकि मैंने यह सोचने की हिम्मत नहीं की थी कि मैं कभी अभिनेता बन सकता हूं| जब हमें कॉलेज में अपनी स्पोर्ट्स मीट में ट्रॉफियां लेनी होती थीं तो मैं मंच पर जाकर ‘धन्यवाद’ भी नहीं कह सकता था|”

यह भी पढ़ें- किशोर कुमार के अनमोल विचार

6. “अपने फिल्मी करियर के दौरान मुझे भारतीय सिनेप्रेमियों से प्यार और स्नेह मिला है, मुझे उनसे बिना शर्त प्यार मिला है|”

7. “मेरे पास दिल्ली में जमीन का एक टुकड़ा है, लेकिन मेरे पास कभी भी दोहरे प्रतिष्ठानों का समर्थन करने के लिए पर्याप्त धन नहीं था| मैं हमेशा दिल्ली में भी एक घर लेने के बारे में सोचता था| जब आप लंदन या स्विट्जरलैंड जाते हैं तो वहां भी एक घर होने का सपना देखते हैं| लेकिन आपके पास सब कुछ नहीं हो सकता| मेरे पास दिल्ली में एक प्लॉट है, इसलिए मुझे लगता है कि मेरे पास यहां भी एक घर होना चाहिए|”

8. “मेरा मानना है कि सफल व्यक्तियों, जैसे प्रधानमंत्रियों, व्यापारियों, राजनेताओं के लिए व्यक्तित्व सुधार आवश्यक है| यह आवश्यक है कि व्यक्ति को अपने व्यक्तित्व पर नजर रखनी चाहिए| आपने राजनीति में ऐसे लोगों को देखा होगा जो मुख्यमंत्री बनते हैं और फिर गुमनामी में चले जाते हैं – वे कितने अहंकारी हो गए और कितने दयनीय दिखते हैं|

9. “जहां तक मेरा सवाल है, भारत को लेकर कोई मोहभंग नहीं है| ऐसा समय कभी नहीं आ सकता जब मेरा अपने ही देश से मोहभंग हो जाये|”

यह भी पढ़ें- सत्यजीत रे के अनमोल विचार

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