भारत में आलू (Potato) का उत्पादन मुख्यतः सब्जी के लिए किया जाता है| यहाँ कुल उत्पादन का करीब नब्बे प्रतिशत सब्जी के रूप में प्रयोग किया जाता है| सब्जी के अलावा इसका उपयोग डॉइस, रवा, आटा, फलेक, चिप्स, फ्रेंच फ्राई, बिस्कुट इत्यादि बनाने में किया जाता है| इसके अतिरिक्त इस से अच्छे प्रकार का स्टार्च, [Read More] …
भिंडी की खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, प्रबंधन, देखभाल और पैदावार
भिंडी (Lady finger) की खेती: यह एक लोकप्रिय सब्जी है| सब्जियों में भिन्डी (Okra) का प्रमुख स्थान है, जिसे लोग लेडीज फिगर या ओकरा के नाम से भी जानते हैं| भिंडी की अगेती फसल लगाकर किसान भाई अधिक लाभ अर्जित कर सकते है| मुख्य रुप से भिंडी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज लवणों जैसे कैल्शियम, फास्फोरस [Read More] …
सोयाबीन की खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, प्रबंधन, देखभाल, पैदावार
सोयाबीन खरीफ की फसल है| सोयाबीन (Soybean) जिव पोषण और स्वास्थ्य के लिए उपयोगी खाद्य पदार्थ है, जिसके अंदर कार्बोहाइड्रेट 21 प्रतिशत, वसा 22 प्रतिशत, प्रोटीन 33 प्रतिशत और 12 प्रतिशत नमी होती है| इसलिए हम कह सकते है की सोयाबीन मानव जीवन के लिए कितना उपयोगी खाद्य पदार्थ है| सोयाबीन भारत की सबसे महत्वपूर्ण [Read More] …
गन्ना की खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, प्रबंधन, देखभाल और पैदावार
गन्ना (Sugarcane) एक प्रमुख व्यवसायिक फसल है, विषम परिस्थितियां भी इसकी फसल को बहुत अधिक प्रभावित नहीं कर पाती इन्ही विशेष कारणों से गन्ना की खेती अपने आप में सुरक्षित और लाभ की खेती मानी जाती है| इसकी अधिक पैदावार वैज्ञानिक तकनीक व कुशल सस्य प्रबंधन के माध्यम से ही संभव है| इस लेख में [Read More] …
अरहर की खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, प्रबंधन, देखभाल और पैदावार
अरहर खरीफ की मुख्य फसल है| यह कम सिंचाई और बरानी क्षेत्रों के लिए उत्तम फसल मानी जाती है| अरहर को मिश्रित फसल के रूप में अन्य किसी फसल के साथ उगाकर अतरिक्त लाभ लिया जा सकता है| दलहनी फसल होने के कारण यह मिटटी की उर्वरा शक्ति को भी बढ़ती है| इसमें कार्बोहाइड्रेट, कैल्सियम, [Read More] …
ग्वार की खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, प्रबंधन, देखभाल और पैदावार
दलहनी फसलों में ग्वार का भी विशेष योगदान है| यह फसल राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश आदि प्रदेशों में ली जाती हैं| भारत में ग्वार के क्षेत्रफल और उत्पादन की दृष्टि से राजस्थान राज्य अग्रणी है| ग्वार के गोंद को विदेशों में निर्यात किया जाता है| इसके दाने मे 18 प्रतिशत प्रोटीन, 32 प्रतिशत रेशा [Read More] …
तिल की खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, प्रबंधन, देखभाल और पैदावार
तिल खरीफ ऋतु में उगाये जाने वाली भारत की मुख्य तिलहनी फसल है, जिसका हमारे देश में बहुत प्राचीन इतिहास रहा है| तिल की फसल प्रायः गर्म जलवायु में उगायी जाती है और इसकी खेती भारतवर्ष के विभिन्न प्रदेशों में की जाती है, जैसे- पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, आन्ध्रप्रदेश, गुजरात, पश्चिम [Read More] …
ज्वार की खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, प्रबंधन, देखभाल और पैदावार
भारत में बाजरा के बाद ज्वार मोटे अनाज वाली दूसरी महत्वपूर्ण फसल है| जिसका धान्य फसलों में चॉवल, गेहूं, मक्का और बाजरा के बाद पांचवा स्थान है| उच्च तापमान तथा सूखा सहनशीलता के कारण यह फसल अधिक तापमान और बारानी क्षेत्रों की कम उर्वरता वाली मिटटी में आसानी से उगायी जा रही है| गहरे जड [Read More] …
मोठ की खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, प्रबंधन, देखभाल और पैदावार
दलहनी फसलों में मोठ सबसे अधिक सुखा सहन कर सकती है| इसलिए यह सुखाग्रस्त रेगिस्थान क्षेत्रों की महत्वपूर्ण फसल हैं| मोठ की फसल का उपयोग दाने, हरी खाद, पशुओं के लिए चारे के रूप में प्रयोग किया जाता है| मोठ की फसल कम वर्षा व रेतीली भूमि में आसानी से उगाई जा सकती हैं| इसकी [Read More] …
मूंग की खेती: किस्में, बुवाई, सिंचाई, प्रबंधन, देखभाल और पैदावार
भारत में मूंग (Mung bean) ग्रीष्म और खरीफ दोनों मौषम की कम समय में पकने वाली अक मुख्य दलहनी फसल है| मूंग का उपयोग मुख्य रूप से आहार में किया जाता है, जिसमें 24 से 26 प्रतिशत प्रोटीन, 55 से 60 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट और 1.3 प्रतिशत वसा होती है| यह दलहनी फसल होने के कारण [Read More] …