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पानी में डूबने पर प्राथमिक उपचार, पानी निकलना और जटिलताएं

March 8, 2018 by Bhupender Choudhary Leave a Comment

पानी में डूबने पर अकस्मात मृत्यु का एक आम कारण है, यह पानी में डूबने पर विशेष रूप से छोटे बच्चों के बिच, एक आम राय के विपरीत एक हताहत जो डूबता है, आमतौर पर फेफड़ों में बड़ी मात्रा में पानी नही ले जाता है| डूबने से 90 प्रतिशत मौत का कारण फेफड़ों में अपेक्षाकृत कम पानी की मात्रा होता है| वायु कोष्ठिका में आक्सीजन विनियम के साथ दखल होता है, अन्य 10 प्रतिशत में उपकंठ और गले के पास मांसपेशियों की ऐठन के कारण होते है, जो वायु मार्ग को अवरुद्ध करते है|

यदि पानी में डूबने वाला फेफड़ों में अधिक मात्रा में पानी ले जाएगा तो तब उल्टी हो सकती है और उसको बचाया जा सकता है, जिससे पुनजीवन कहते है| यहां यह भी याद किया जाना चाहिए की अन्य कारक भी डूब जानने में योगदान कर सकते है, उदाहरण के लिए हाईपोथ्रमियां, शराब, मिर्गी या फिर दिल का दौरा पड़ना जैसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति|

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पानी में डूबने का माध्यमिक प्रकार

यदि पानी की एक छोटी सी मात्रा फेफड़ों में प्रवेश करती है, तो जलन होती है, और रक्त से एलवीओली में द्रव निकलता है| यह प्रक्रिया कई घंटो देरी से हो सकती है| बाद के चरण में गंभीर कठिनाई श्वांस लेने में फिर से हो सकती है| इसलिए किसी भी हताहत को पानी में डूबने पर तुरंत चिकित्सा प्रदान करनी चाहिए|

कोई पानी में डूब रहा है, तो क्या करें

1. सहायता प्राप्त करें, यदि कोई पानी में डूब  रहा है तो आसपास तुरंत गार्ड को सूचित करें, आपातकालीन सेवा में कॉल कर सकते है|

2. यदि आप अकेले है, तो व्यक्ति को किसी तरह स्थानांतरित करे, और उसको किसी भी तरह बहार निकलने का प्रयास करें|

3. श्वांस के लिए जाँच करें, व्यक्ति के नाक और मुह के आगे अपना कान रखें, और महसूस करें की क्या आप अपने गाल पर हवा महसूस कर रहें है यह भी देख सकते है, की व्यक्ति के दिल की धडकन चल रही है या नही|

4. यदि व्यक्ति सांस नही ले रहा है, तो पल्स की जांच करें, 10 सेकंड के लिए नाडी की जाँच करें|

5. यदि कोई पल्स नही है, सीपीआर प्रारम्भ करें, ध्यान से व्यक्ति को जगह दें|

6. व्यस्क या बच्चे के छाती के बिच में, हाथ की एडी रखें, और दुसरे हाथ को उसके उपर रख कर पुश करें| एक शिशु के लिए दो अँगुलियों का प्रयोग करें|

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7. व्यस्क या बच्चे के लिए कम से कम 2 इंच निचे दबाना सुनिश्चित करें, और पसलियों पर प्रेशर न करें, शिशु के लिए 1 या 1/2 इंच दबाएँ लेकिन स्तन पर प्रेशर न डाले|

8. 100 या 120 प्रति मिनट या इसके अधिक की दर से छाती को दबाएँ और छाती को पूरी तरह से धक्का मरने दो|

9. यह भी ध्यान रखें की व्यक्ति ने सांस लेना शुरू किया या नही|

10. ध्यान रखें की इन निर्देशों का मतलब सीपीआर परीक्षणों को बदलने के लिए नही है|

11. यदि व्यक्ति अभी भी सांस नही ले रहा है, तो उपरोक्त निर्देशों को दोहराएं|

12. यदि आपको सीपीआर में प्रशिक्षित किया गया है, तो आप सिर को झुकाने और ठोड़ी को उठाकर वायुमार्ग खोल सकते है|

13. प्रभावित व्यक्ति की नाक को बंद कर के, आप एक सांस ले और प्रभावित व्यक्ति के मुह से सांस को डाले ऐसा दो बार लम्बी सांस लेकर प्रभावित व्यक्ति की छाती को दबा सकते है|

इस तरह आप एक पानी में डूबने वाले व्यक्ति की मदद कर सकते है, उपरोक्त क्रिया के दौरान आपातकालीन चिकित्सा लेना न भूले|

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