बेमौसमी सब्जियाँ नगदी फसल होने के कारण विभिन्न क्षेत्रों में व्यावसायिक स्तर पर उगाई जाती हैं| बेमौसमी सब्जियों का उत्पादन बढ़ाने व अधिक आय प्राप्त करने के लिए इन में लगने वाली अनेक बीमारियों का उचित नियंत्रण आवश्यक है| उचित तापमान व नमी के कारण कुछ रोगों के संकमण व फैलाव में तेजी आती है, [Read More] …
Vegetable Farming
टमाटर में सूत्रकृमि (निमेटोड) की समस्या, लक्षण और नियंत्रण
टमाटर अत्यन्त ही लोकप्रिय तथा पोषक तत्वों से युक्त फलदार सब्जी है| सम्पूर्ण भारत में इसे व्यापारिक स्तर पर उगाया जाता है| लेकिन कई सूत्रकृमि (निमेटोड) प्रजातियां टमाटर के पौधो को संक्रमित करती है, जैसे- जड़ गांठ सूत्रकृमि और लेजन सूत्रकृमि आदि| यह प्रमुख सूत्रकृमि (निमेटोड) प्रजातियां है, जो टमाटर में आर्थिक नुकसान करती है| [Read More] …
सहजन की उन्नत खेती: किस्में, रोपाई, सिंचाई, देखभाल और पैदावार
हमारे देश में सहजन को सोजाना, साईजन, मोरिंगा और अंग्रेजी में ड्रमस्टिक नामों से अधिक जाना जाता है| यह एक लोकप्रिय सब्जी है| ड्रमस्टिक का वैज्ञानिक नाम मोरिंगा ओलीफेरा है| हिंदी में इसे साईजन, मराठी में शेवागा, तमिल में मुरुंगई, मलयालम में मुरिन्गन्गा और तेलुगु में मुनागाक्या कहते है| मोरिंगेसी फैमिली के मोरिंगा जाति के [Read More] …
लता वर्गीय सब्जियों की अगेती खेती कैसे करें; जानिए अधिक लाभ हेतु
बेल या लता वर्गीय सब्जियों जैसे लौकी, तोरई, खीरा, टिण्डा, करेला तरबूज, खरबूज, पेठा, आदि की खेती मैदानी भागों में गर्मी के मौसम में मार्च से लेकर जून तक की जाती हैं| अधिक लाभ प्राप्त करने के लिये लता वर्गीय सब्जियों की अगेती खेती की जा सकती है| जिसके लिये पॉली हाउस तकनीकी का प्रयोग [Read More] …
कसूरी मेथी की खेती: किस्में, बुवाई, खाद, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
कसूरी मेथी एक सुगन्धित मेथी हैं| यह एक वर्षीय शाकीय पौधा हैं| जिसकी ऊँचाई लगभग 46 से 56 सेंटीमीटर तक होती है| यह स्वः परागित प्रकृति का पौधा हैं| इसकी बढ़वार धीमी तथा पत्तिया छोटे आकार की गुच्छे में लगी होती है| पत्तियों का रंग हल्का हरा होता है| फूल, चमकदार नांरगी पीले रंग के [Read More] …
तरबूज की उन्नत किस्में | तरबूज की सबसे अच्छी किस्में कौन सी है?
तरबूज की स्थानीय और उन्नत किस्में बहुत हैं, जो अपने क्षेत्र विशेष में अधिक प्रचलित हैं| तरबूज की स्थानीय किस्मों में उत्पादकता एवं गुणवत्ता स्थिर नहीं होने के उपरान्त भी इनका उपयोग जारी है| जबकि देश में क्षेत्रवार तरबूज की उन्नत किस्में उपलब्ध हैं| उन्नत एवं संकर किस्मों में अधिक उत्पादन एवं सुनिश्चित गुणवत्ता युक्त [Read More] …





